अंबाला | हरियाणा में इस वर्ष परीक्षा परिणाम में पिछड़ने पर शिक्षा विभाग ने सबक लिया है जिसमें आगे की प्लानिंग की गई है. इस बार लक्ष्य सिर्फ बोर्ड परीक्षाओं पर नहीं होगा बल्कि 9वीं और 11वीं कक्षा की पढ़ाई भी बोर्ड परीक्षाओं (Haryana Board) की तरह ही कराई जाएगी. ताकि परीक्षा परिणाम का स्तर बढ़ाया जा सके. यह फैसला हरियाणा शिक्षा विभाग ने लिया है.
बता दें कि इस बार जिले के 50 स्कूलों का परीक्षा परिणाम काफी कम रहा है. इसके चलते जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश कुमार ने बैठक ली थी जिसमें स्कूल प्रमुखों की ओर से पिछड़ने के कारण और परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने के सुझाव दिए गए. इसमें कई तरह की बातें सामने निकलकर आई हैं.
इन बिंदुओं पर रहेगा फोकस
अब स्कूलों में टाइम टेबल बच्चों के हिसाब से तैयार किया जाएगा इसमें विषयों का ध्यान रखा जाएगा. अब से 9वीं और 11वीं कक्षा पर भी पूरा फोकस रहेगा क्योकि उनकी पढ़ाई भी 10वीं- 12वीं की ही जैसी है. प्रत्येक यूनिट टेस्ट का सिलेबस समय पर पूरा कराया जाएगा व टैबलेट का इस्तेमाल भी बढ़ाया जाएगा.
शिक्षकों ने परिणाम बेहतर लाने का दिया आश्वासन
स्कूलों में दिए गए स्मार्ट बोर्ड का यथासंभव उपयोग किया जाएगा. विज्ञान प्रयोगशाला और कंप्यूटर लैब पर अधिक जोर दिया जाएगा. अब से उन छात्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा जो पढाई में कमजोर हैं. उनके लिए अलग से कक्षाएं भी ली जाएंगी जिसमें अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषय शामिल होंगे.
शिक्षकों की कमी को निदेशालय के संज्ञान में लाया जाएगा. हर मुखिया ने अपना सुझाव दिया है व उस पर भी अमल किया जायेगा. शिक्षकों ने भी आश्वासन दिया है कि अगला रिजल्ट अच्छा होगा.
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