हरियाणा को जल्द मिलेगा नया DGP, 12 अगस्त को यूपीएससी ने बुलाई बैठक

चंडीगढ़ | हरियाणा प्रदेश में नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर लंबे समय से यह कयास लगाए जा रहे थे. हालांकि प्रशासन द्वारा यह बात कही गई थी कि जुलाई महीने के अंत तक ही प्रदेश को नया डीजीपी मिल जाएगा. अब डीजीपी की नियुक्ति को लेकर तैयारियां से शुरू हो चुकी है.

POLICE DGP HARYANA

हरियाणा प्रदेश में नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर संघ लोक सेवा आयोग की ओर से 12 अगस्त को नई दिल्ली में एक बैठक बुलाई गई है. यूपीएससी की इस बैठक में हरियाणा प्रदेश के डीजीपी के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का नाम फाइनल किया जाएगा.

पैनल में शामिल किए जाने वाले तीन सीनियर IPS अधिकारियों के नाम फाइनल होते ही पैनल हरियाणा सरकार के पास भेज दिया जाएगा. जिसके बाद प्रदेश सरकार को अधिकार होता है कि संघ लोक सेवा आयोग की ओर से भेजे गए पैनल में से किसी भी आईपीएस अधिकारी को डीजीपी बनाया जा सकता है. कहा जा सकता है कि 12 अगस्त के बाद और विधानसभा के मौसम सत्र से पहले किसी भी दिन नए डीजीपी के नाम का ऐलान हो सकता है. 20 अगस्त से राज्य में विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है.

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डीजीपी बनने की दौड़ में 4 आईपीएस अधिकारी

हरियाणा में डीजीपी की कुर्सी के लिए चार नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं. जिनमें वरिष्ठ आईपीएस अफसर पीके अग्रवाल, मोहम्मद आकील, डाक्टर आरसी मिश्रा और शत्रुजीत कपूर शामिल है. अगर संघ लोक सेवा आयोग तीन नामों के पैनल में शत्रुंजीत कपूर का नाम शामिल करता है तो नए डीजीपी के रूप में इन्हें ही कमान मिल सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि शत्रुजीत कपूर मुख्यमंत्री के बेहद करीब माने जाते हैं और विश्वसनीय अफसरों में भी उनका नाम शीर्ष पर आता है.

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गृहमंत्री अनिल विज और डीजीपी के बीच तनातनी

गृह मंत्री अनिल विज नहीं चाहते कि मनोज यादव DGP के पद पर कार्यरत रहें. उन्हें इस पद से हटाने के लिए गृह मंत्री ने सरकार को एक पत्र भी लिखा था. खबरें सामने आ रही थी कि प्रदेश के मौजूदा डीजीपी मनोज यादव के कामकाज से गृह मंत्री अनिल विज खुश नहीं हैं. किसान संगठनों के आंदोलन में पुलिस की विफलता का आरोप लगाते हुए गृह मंत्री ने डीजीपी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे. मनोज यादव दो साल के लिए हरियाणा आए थे. गृह मंत्री से पटरी नहीं बैठने के कारण उन्होंने अचानक वापस इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) में जाने की इच्छा जताई, जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार भी कर लिया था. हालांकि नए डीजीपी की नियुक्ति तक मनोज यादव ही कार्यभार संभालेंगे.

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