चंडीगढ़ | हरियाणा में लोकसभा चुनावों को लेकर शीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनने पर BJP- JJP गठबंधन टूटने पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपनी पूरे मंत्रिमंडल समेत इस्तीफा दे चुके हैं. इसके बाद, विधायक दल की बैठक में नायब सिंह सैनी को नया मुख्यमंत्री चुनने पर सहमति जताई गई है. आज विधानसभा में बीजेपी की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट हुआ, जिसमें पार्टी ने 48 विधायकों का समर्थन हासिल करते हुए सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत प्राप्त किया.
JJP ने जारी किया था व्हिप
वहीं, गठबंधन से अलग होने पर जननायक जनता पार्टी (JJP) ने अपने सभी 10 विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया था कि वे विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान हरियाणा विधानसभा से अनुपस्थित रहे. पार्टी की ओर से हरियाणा विधानसभा के मुख्य सचेतक अमरजीत ढांडा ने यह पत्र जारी किया था. हालांकि, पूर्व पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली समेत कुछ JJP विधायकों के हरियाणा विधानसभा में पहुंचने की खबर सामने आई थी, लेकिन बाद में वो विधानसभा से बाहर निकल गए थे.
48 विधायकों का समर्थन
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा करते हुए कहा था कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है, जबकि बहुमत साबित करने के लिए जरूरी आंकड़ा 46 है. उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के 41 और 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन उनकी नई सरकार के साथ हैं. ये सभी 48 विधायक पार्टी की बैठक में उपस्थित रहे थे.
सदन में विश्वास प्रस्ताव पास
हरियाणा विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पास कर दिया गया है. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा ने सीक्रेट वोटिंग करवाने की मांग की लेकिन स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने उनकी इस मांग को ठुकराते हुए कहा कि प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकृत हुआ है. इस बीच निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू वोटिंग से बाहर रहें. वहीं, फ्लोर टेस्ट पास करने पर पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सैनी को बधाई दी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!