चंडीगढ़ | हरियाणा में भी अब बड़े शहरों की तरह जल्द ही मोबाइल व टीवी रिचार्ज की तरह ही बिजली के मीटरों को भी रिचार्ज करवाना होगा. विद्युत निगम की यह योजना शीघ्र ही दक्षिणी हरियाणा में शुरू होने वाली है. इस योजना के तहत उपभोक्ताओं के घर के बाहर स्मार्ट बिजली मीटर नजर आएंगे. इस योजना के परिणाम स्वरूप बिजली की चोरी पर रोक लगाई जा सकेगी.
जानिए विस्तार से
आपको बता दें कि अब हरियाणा में जल्द ही मोबाइल व टीवी रिचार्ज की तरह बिजली के मीटर भी रिचार्ज करवाने होंगे. अगर विद्युत निगम की योजना सिरे चढी तो शीघ्र ही दक्षिणी हरियाणा में उपभोक्ताओं के घर के बाहर स्मार्ट बिजली के मीटर लगा दिए जाएंगे. ये स्मार्ट मीटर वर्तमान में लगे बिजली के मीटरों की तरह रीडिंग भी निकालेंगे, लेकिन इन स्मार्ट मीटरों में कुछ अलग फीचर होंगे.
यदि किसी उपभोक्ता ने बिजली का बिल समय पर जमा नहीं करवाया तो अपने आप पॉवर हाऊस से उस मीटर की बिजली को डिस्कनेक्ट कर दिया जाएगा. बिजली का प्रयोग तब तक वह उपभोक्ता नहीं कर पाएगा, जब तक मोबाइल व टीवी की तरह बिजली के मीटर को रिर्चाज नहीं करवाया जाएगा. फिलहाल निगम ने गुरुग्राम, फरीदाबाद के अतिरिक्त दक्षिणी हरियाणा में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है.
विद्युत विभाग की स्मार्ट मीटर योजना
हरियाणा विद्युत निगम विभाग ने स्मार्ट मीटर को लगाने का निर्णय प्रमुख रूप से बिजली की चोरी रोकने तथा बकाया बिजली के बिल की राशि को बढने से रोकने के लिए लिया है. जिसके कारण स्वरूप इस नई योजना को लागू किया जाएगा. निगम ने प्रदेश में दस लाख स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की योजना बनाई है. इस योजना के अनुसार पांच लाख बिजली के स्मार्ट मीटर गुरुग्राम व फरीदाबाद तथा पांच लाख बिजली के स्मार्ट मीटर बाकी हरियाणा में लगाए जाने की योजना है. फिलहाल प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना पर कार्य चल रहा है. ऐसी जानकारी है कि अगर इन इलाकों में निगम की यह योजना सफल हुई तो बाकी इलाकों में उसके बाद स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे.
जानिए किस कारण से निगम ने यह फैसला लिया
आपको बता दें कि विद्युत निगम ने उपभोक्ताओं की तरफ बढती डिफाल्टिंग राशि पर विराम लगाने के लिए यह निर्णय लिया है. क्योंकि अब तक जो बिजली के मीटर लगे हैं. उनका मासिक या दो माह में एक बार बिजली का बिल आता है, लेकिन अगर कोई उपभोक्ता यह बिल की राशि समय पर नहीं जमा करवाता है, तो वह ज्यादा राशि बन जाती है. ऐेसे में निगम के करोड़ों रुपये उपभोक्ताओं की तरफ रह जाते हैं.
जिसके चलते निगम को बार-बार बिल की राशि वसूलने के लिए रियायत या अभियान चलाने पड़ते हैं. अगर निगम की यह योजना सिरे चढी तो डिफाल्टिंग राशि नहीं बढेगी. इस योजना के तहत यदि कोई उपभोक्ता डिफाल्टर हो भी गया तो उसका आसानी से ही पॉवर हाऊस में ही बैठकर उसका बिजली का मीटर डिस्कनेक्ट किया जा सकेगा. बाद में जब तक बिजली का पूरा बिल नहीं जमा करवाया जाता. तब तक सप्लाई चालू नहीं होगी.
जानिए क्या कहते हैं, अधिकारी
विद्युत निगम के निदेशक आरके सोडा ने जानकारी दी है कि फिलहाल स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रस्तावित योजना है. नए मीटर पुराने मीटरों की तरह रीडिंग निकालेंगे, लेकिन उसमें कुछ नए फीचर हैं. उनकी सप्लाई कार्यालय से नियंत्रित की जा सकती है. मोबाइल की तरफ प्रीपेड कार्ड के जरिए रिचार्ज किए जा सकते हैं. इनके अलावा कई अन्य नए फीचर भी हैं. उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में दस लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना है. पांच लाख मीटर फरीदाबाद व गुरुग्राम तथा बाकी प्रदेश के अन्य हिस्सों में लगाए जाएंगे. इसकी तैयारी चल रही है. प्रीपेड स्मार्ट मीटर के फायदे इन मीटरों से आप उतनी ही बिजली यूज़ कर सकेंगे जितना अपने रिचार्ज किया है.
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