चंडीगढ़ | हरियाणा में पंचायत चुनाव की आहट किसी भी समय सुनाई दे सकती है. हाईकोर्ट में आरक्षण को लेकर फंसे पेच पर भी सरकार ने कोर्ट में स्पष्ट कर दिया है कि लंबे समय तक पंचायत चुनाव नहीं रोके जा सकते हैं क्योंकि गांव में विकास कार्य प्रभावित हो रहें हैं. अब प्रदेश सरकार पंचायत चुनावों को दो चरणों में कराने की तैयारी कर रही है.
इसके तहत पहले चरण में सरपंच और पंचों के चुनाव होंगे जबकि दूसरे चरण में जिला परिषद और बीडीसी सदस्यों के लिए मतदान होंगे. प्रदेश इलेक्शन कमीशन चुनाव के लिए पूरे राज्य से डाटा एकत्रित करने में जुटा हुआ है. महिलाओं और एससी उम्मीदवारों के लिए आरक्षण का प्रावधान रहेगा जबकि बीसी ए वर्ग को आरक्षण की सूची में शामिल नहीं किया जाएगा.
बता दें कि पंचायत चुनाव प्रदेश का सबसे बड़ा चुनाव होता है. इसे सम्पन्न कराने के लिए हजारों कर्मियों की तैनाती होती है. मतदाताओं को एक साथ जिला परिषद, बीडीसी, सरपंच और पंचों के लिए वोट डालने होते हैं. ऐसे में मतदाताओं में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. हजारों की संख्या में कर्मचारियों की तैनाती व मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए सरकार और चुनाव आयोग दो चरणों में चुनाव करवाने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय 22 जुलाई के बाद लिया जाएगा.
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