चंडीगढ़ । राज्य सरकार ग्रामीण बच्चों के शिक्षा स्तर में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत हैं. इसी कड़ी में सरकार अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए एनडीए(नेशनल डिफेंस अकेडमी) ,सीईएस(कैडेट एंट्री स्कीम) और एसएसबी की तैयारियां शुरू करवाने जा रही है. इससे विधार्थी आर्म्ड फोर्सेस व सेना में अधिकारी बन सकेंगे.इसके लिए प्रदेश में दो केन्द्र रोहतक व पंचकूला में बनाएं जाएंगे. पंचकूला के अंतर्गत 10 , जबकि रोहतक से 12 जिले कवर किए जाएंगे. इस साल 220 बच्चों को तैयारी कराने का टारगेट रखा गया है.
सरकार की मंशा है कि जिस तरह से बच्चों को सुपर-100 के तहत आईआईटी मुंबई का रास्ता दिखाया गया है,उसी तर्ज पर ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को नेशनल डिफेंस अकेडमी( खड़क वासला पूणे) तक का सफर तय करने का फैसला लिया है. बच्चों के रहने, खाने-पीने, कोचिंग फीस व परीक्षा की तैयारी का खर्च विभाग उठाएगा.
सरकार ने प्रदेश में 22 केंद्र बनाने की योजना बनाई है. परीक्षा से संबंधित तैयारियां करवाने के लिए संबंधित स्कूल को सरकार 2 लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध करवाएं गी. इनमें विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा में पास होने वाले छात्र का दाखिला हर केंद्र में कराया जाएगा.
उस केंद्र की कनेक्टिविटी सीधी चंडीगढ़ से होगी. एनडीए की लिखित परीक्षा की तैयारी कराने में एक्सपर्ट चंडीगढ़ की एक संस्था से एमओयू साइन हुआ है. शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बताया कि इससे विधार्थियों का सेना में अधिकारी बनने का सपना पूरा हो सकेगा.