चंडीगढ़ | हरियाणा में विधानसभा चुनावों में इसराना से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की टिकट पर चुनाव जीतने वाले कृष्ण लाल पवार ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. अब इस एक खाली सीट पर जल्दी ही चुनाव आयोजित करवाए जा सकते हैं. विस चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिस कारण भाजपा द्वारा किरण चौधरी को राज्यसभा में भेजा गया था और इनका कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 को पूरा होगा.
1 अगस्त को ख़त्म हुआ कृष्ण लाल पवार का कार्यकाल
प्रदेश की राज्यसभा सीटों पर नज़र डालें तो भारतीय जनता पार्टी के रामचंद्र जांगड़ा का कार्यकाल 9 अप्रैल 2026, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का कार्यकाल 2 अप्रैल 2030, कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हुई किरण चौधरी का कार्यकाल 9 अप्रैल 2026, निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा का चुनाव लड़े कार्तिकेय शर्मा का कार्यकाल 1 अगस्त 2028 तक का है. कृष्ण लाल पवार का कार्यकाल 1 अगस्त 2028 को समाप्त होगा. अब इनके इस्तीफे के बाद प्रदेश की एक राज्यसभा सीट खाली है, जिसके लिए जल्दी ही चुनाव होंगे.
निर्विरोध चुना जाएगा BJP का उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी के 48 विधायक हैं. इनके अलावा, 3 निर्दलीय विधायकों ने पार्टी को समर्थन दे रखा है. कांग्रेस के पास 37 और इनेलो के पास दो विधायक हैं. इस गणित से देखा जाए तो कोई भी विपक्षी पार्टी राज्यसभा के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारेगी. ऐसे में बिना किसी विरोध के भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है.
कृष्ण लाल पवार के इस्तीफे के बाद राज्यसभा की खाली हुई सीट पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कई दावेदारों के नाम पर चर्चा चल रही है. इनमें सबसे आगे प्रो. रामबिलास शर्मा, ओमप्रकाश धनखड़, ज्ञानचंद गुप्ता, संजय भाटिया और कुलदीप बिश्नोई के नाम शामिल है.
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