चंडीगढ़ | हरियाणा में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में फिर देरी हो गई है. चुनाव कराने की अधिसूचना हरियाणा सरकार ने जारी की थी. मगर बाद में बीसी ए कैटेगरी को आरक्षण देने के चक्कर में दिवाली से पहले चुनाव करने की योजना थी. हालांकि, प्रदेश सरकार ने फैसला नहीं किया था. बीसीए सीटों की संख्या निर्धारित करने के लिए परिवार पहचान पत्र डाटा की आवश्यकता थी. मगर यह विकास और पंचायत विभाग को वास्तव में 16 नबंवर की शाम मिल पाया. हालांकि, डाटा 10 सितंबर को देने की बात कही थी. इसलिए बीसी ए के सीटों का निर्धारण नहीं हो सका. इस चक्कर में बीसीए वार्ड आरक्षित करने के लिए ड्रा नहीं हो पाया.
दैनिक सवेरा से मिली जानकारी के अनुसार, पहले 19 सितंबर तक ड्रा निकालने की बात कही थी और डीसी ने पहले 12 सितंबर और बाद में 19 सितंबर कुछ ने 20 सितंबर की तारीख तय की. मगर 16 सितंबर तक बीसी ए सीटों की तय ना होने के कारण ड्रा की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. अब ड्रा 30 नवंबर तक होने की संभावना है.
उधर राज्य चुनाव आयोग ने भी हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि 30 सितंबर तक चुनाव कराने की अधिसूचना प्रदेश सरकार ने की थी. मगर अभी तक बीसीए वार्ड आरक्षित नहीं हो सके है. अनुसूचित जाति के लिए सरपंच, पंचायत और जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति अध्यक्ष, जिला परिषद प्रधान पद आरक्षित नहीं हो सके हैं इसलिए 30 सितंबर की तारीख बढ़ाकर 30 नवंबर 2022 कर दी जाए.
कब तक चुनाव होने की संभावना
हरियाणा में पंचायती राज चुनाव को और स्थगित कर दिया गया है. अब दिवाली के बाद 30 नवंबर तक चुनाव होने की संभावना है. सरकार आरक्षित सीटों का ब्योरा नहीं दे सकी. इसी वजह से राज्य चुनाव आयोग ने पूर्व निर्धारित समयावधि में चुनाव कराने में असमर्थता जताते हुए 30 नवंबर तक का समय मांगा है. शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने एक बार फिर अपर मुख्य सचिव विकास एवं पंचायत विभाग को पत्र लिखकर 22 सितंबर तक आरक्षित सीटों का ब्योरा देने का अनुरोध किया है. ऐसे में यह चुनाव के लिए बड़ा झटका है.
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