चंडीगढ़ | काफी लंबे समय से हरियाणा- पंजाब के बीच चला आ रहा SYL विवाद सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक बार फिर से सतलुज यमुना लिंक नहर सहित बाकी पानी के मुद्दे उछल रहे हैं. नॉर्थ जोन काउंसिल स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हुई जिसमें कई मुद्दों पर बातचीत हुई, लेकिन कोई भी सहमति नहीं हो पाई. पंजाब की तरफ से मुख्य सचिव केएपी सिन्हा सहित संबंधित विभागों के सीनियर अधिकारियों ने इस बैठक में शिरकत की.
पंजाब ने फिर ठुकराई मांग
पंजाब ने हरियाणा की SYL बनाने की मांग को ठुकराते हुए कहा कि हमारे पास किसी भी राज्य को देने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है. अलबत्ता राज्य सरकार द्वारा जमुना के पानी से पंजाब के हिस्से की मांग की गई. इस पर हरियाणा ने कहा इससे पहले तो कभी भी पंजाब द्वारा ऐसी मांग नहीं की गई थी.
राजस्थान और हरियाणा के अधिकारियों ने नदी जल संबंधी विभिन्न समझौतों को लेकर मांग की कि हेडवर्क्स पर पंजाब के साथ राजस्थान और हरियाणा को भी अधिकार मिलना चाहिए. इस पर पंजाब सरकार द्वारा आपत्ति जताई गई.
जल्द मिलेगी हरियाणा विस के लिए ज़मीन
इस दौरान भाखड़ा मेन लाइन पर 30 स्थानों पर 2- 2 मेगावाट के जेनरेशन प्लांट लगाए जाने का सुझाव दिया, लेकिन हरियाणा की तरफ से इस पर भी आपत्ति जताई गई. मीटिंग में जानकारी दी गई कि हरियाणा सरकार की तरफ से नई विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में जमीन के मुद्दे पर भी जल्दी ही कोई फैसला ले लिया जाएगा.
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