चंडीगढ़ | हरियाणा में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी हिचकोले खा रही है. विधायकों को क्रॉस वोटिंग से बचाने के लिए पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रिजॉर्ट में रखा हुआ है. पार्टी के दो विधायक भी यहां नहीं पहुंचे हैं जिसके चलते पार्टी की मुश्किल बढ़ी हुई है. माना जा रहा है कि दोनों विधायक पार्टी से नाराज चल रहे हैं.
बता दें कि हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव होने हैं. यहां तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. हरियाणा में किसी भी उम्मीदवार को जीतने के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी. विधानसभा में भाजपा के 40 विधायक हैं तो ऐसे में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है.
वहीं हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के भी 31 विधायक हैं. ऐसे में उसके उम्मीदवार अजय माकन के भी जीतने की संभावना है. लेकिन एक वोट भी इधर- उधर हुआ तो समीकरण गड़बड़ा सकतें हैं और मामला भाजपा- जजपा के सपोर्ट से चुनावी रण में उतरे निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में चला जाएगा.
कांग्रेस के दो विधायकों की नाराज़गी
रायपुर के रिजॉर्ट में कांग्रेस पार्टी के 28 विधायक पहुंचे हुए हैं. कुलदीप बिश्नोई और किरण चौधरी यहां नहीं पहुंचे हैं. कुलदीप बिश्नोई ने यह कहकर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है कि वह अंतरात्मा की आवाज पर वोट करेंगे. ऐसे में पार्टी को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है. बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष का पद नहीं मिलने से कुलदीप बिश्नोई पार्टी से नाराज चल रहे हैं और वे विधायक दल की बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे.
उधर किरण चौधरी भी रिजॉर्ट नहीं पहुंची है. बताया जा रहा है कि वह भी पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रही है. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि किरण चौधरी की नाराज़गी क्या इतनी ज्यादा है कि वो पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में वोट नहीं डालेगी.
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