हरियाणा में देवीलाल परिवार पर संकट के बादल, लोकसभा चुनावों के नतीजे तय करेंगे राजनीतिक भविष्य

चंडीगढ़ | 4 जून को लोकसभा चुनावों का परिणाम घोषित होगा. वहीं, हरियाणा में इन नतीजों का पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के वारिस बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव का रिजल्ट उनका राजनीतिक भविष्य तय करेंगे. सबसे ज्यादा खतरा इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी (INLD) पर बना हुआ है.

Loksabha Election 2024 Dushyant Chutala

क्षेत्रीय दल की छिनेगी मान्यता

पिछले लोकसभा चुनाव में 1.89% और विधानसभा चुनाव में 2.44 प्रतिशत वोट पर सिमटी INLD का प्रदर्शन इस बार के चुनावों में भी नहीं सुधरा तो क्षेत्रीय दल की मान्यता पर संकट के बादल मंडरा जाएंगे. 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लहर के बावजूद हिसार और सिरसा सीट पर जीत दर्ज करने वाली INLD पिछले संसदीय चुनावों में अधिकतर सीटों पर जमानत भी नहीं बचा पाई थी.

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वहीं, विधानसभा चुनाव की बात करें तो सूबे की 90 सीटों में से सिर्फ एक सीट पर पार्टी को जीत हासिल हुई थी. ऐलनाबाद हल्के से अभय चौटाला बाजी मारने में सफल रहे थे. ऐसे में 4 जून को घोषित होने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजे इनेलो के लिए निर्णायक साबित होने वाले हैं.

JJP का बिखरा संगठन

यही हाल इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी से अलग होकर बनी दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) का है. पार्टी का संगठन बिखर चुका है और 10 में से 5 विधायक खुलकर बगावत कर रहे हैं. इसका पूरा असर लोकसभा चुनावों के नतीजों पर भी दिखेगा. अगर पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा तो आने वाले समय में उनके ऊपर भी क्षेत्रीय दल की मान्यता छिनने का खतरा बढ़ सकता है.

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ऐसे छिन जाता है क्षेत्रीय दल का दर्जा

दरअसल, किसी भी राजनीतिक दल को लगातार दो चुनाव (लोकसभा व विधानसभा) में निर्धारित वोट नहीं मिलते हैं तो उसका क्षेत्रीय दल का दर्जा छिन जाता है. लोकसभा चुनाव में 6% वोट और एक सीट या विधानसभा में 6% वोट और दो सीटें होनी चाहिए. अगर लगातार 2 चुनाव (दो लोकसभा और दो विधानसभा चुनाव) में यह सब नहीं होता है, तो पार्टी का चुनाव चिन्ह भी छिन सकता है.

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हिसार सीट से जीत की संभावना ना के बराबर

हिसार लोकसभा सीट से JJP की ओर से चुनावी रण में उतरी दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला और INLD से चुनाव लड़ रही सुनैना चौटाला की जीत की संभावना बिल्कुल ना के बराबर दिख रही है. यहां कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश उर्फ जेपी और बीजेपी उम्मीदवार रणजीत चौटाला के बीच कांटे की टक्कर है. इसी तरह कुरूक्षेत्र लोकसभा के त्रिकोणीय मुकाबले में अभय चौटाला का प्रदर्शन कैसा रहेगा, यह चुनाव परिणाम के बाद ही स्पष्ट होगा.

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