चंडीगढ़ | परिवहन विभाग की तरफ से पिछले दिनों जो नई बसें खरीदी गई थी वह स्टाफ की कमी के कारण रोडवेज डिपो में ही खड़ी खड़ी कबाड़ हो रही है. कंडक्टर की कमी होने के कारण परिवहन विभाग ने फैसला किया है कि 1,190 परिचालकों को कॉन्ट्रैक्ट बेस पर रखा जाएगा ताकि बसों को सुचारू रूप से चलाया जा सके. परिवहन निदेशक ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के जरिए की जाने वाली इस भर्ती के लिए वित्त विभाग से मंजूरी की मांग भी की है.
वित्त विभाग बेड़ा बढ़ाने का पहले ही दे चुका है आदेश
हरियाणा में 31 जनवरी को किलोमीटर स्कीम के आधार पर चल रही बस सहित कुल 3,095 बसें उपलब्ध थी. इसके बाद 809 बसों (बगैर बाड़ी की) के साथ ही पूरी तरह बनी हुई 1,000 साधारण बसों को खरीदा गया. इनमें से 1,000 से अधिक बसें बेड़े में सम्मिलित की जा चुकी है. 23 जून तक 1600 बसें विभाग के बेड़े में चली जाएंगी.
इसके साथ, परिवहन विभाग का बेड़ा 4,182 बसें का होगा. फाइनेंस डिपार्टमेंट बसों का स्वीकृत बेड़ा 4,500 बसों से बढ़ाकर 5,300 बसों का करने के आदेश पहले ही दें चुका है. विभाग के 4,500 बसों के स्वीकृत बेड़े के आधार पर वित्त विभाग ने ई- पोस्ट सेक्सनिंग पोर्टल पर परिचालकों के 6,873 पद स्वीकृत किए है.
वर्तमान में मौजूद है 5441 कंडक्टर
विभाग ने बताया है कि 23 जून तक शामिल की जाने वाली बसें के आधार पर 6,635 परिचालकों की आवश्यकता होगी. वर्तमान में 5,441 परिचालक मौजूद है. यानी कि विभाग में तब मानक से 1432 परिचालकों की कमी हैं जबकि 26 परिचालकों कों जून तक सवानिवृत्ति मिल जाएगी . इसलिए कुल 1,190 परिचालकों की भर्ती के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम को लिखा गया है.
आडिट रिपोर्ट में उठ सकते सवाल
परिवहन निदेशक ने पत्र में लिखा है कि विभाग में नई बसें आ जाने के कारण परिचालकों की कमी के कारण ब से संचालित नहीं की जा रही है. नई बसें खड़ी रहने के कारण भविष्य में आडिट द्वारा आपति लगाई जा सकती है तुरंत प्रभाव से 1,190 परिचालक हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भर्ती करवाने की मंजूरी दी जाए ताकि बसों को चलाया जा सके.
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