चंडीगढ़ | ग्रुप सी के 32 हजार पदों के लिए 5 व 6 नवंबर को होने वाली संयुक्त पात्रता परीक्षा (CET) हरियाणा सरकार के लिए अग्निपरीक्षा साबित हो रही है. परीक्षा को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से पूर्ण कराने के लिए सरकार ने पूरी शक्ति लगा दी है. पूरी परीक्षा की निगरानी खुद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा की जाएगी. साथ ही, पेपर लीक माफिया और प्रदेश के संदिग्ध कोचिंग सेंटर अभी से सरकार के रडार पर है. CID, विजिलेंस समेत जिला पुलिस और साइबर सेल को संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं.
खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने परीक्षा की तैयारियों के बारे में उच्च अधिकारियों से प्रतिक्रिया ली हैं. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव आशिमा बराड़ नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के साथ कई घंटे की बैठक कर चुके हैं. हरियाणा सरकार के लिए यह परीक्षा इसलिए भी बड़ी महत्वपूर्ण है क्योंकि बेरोजगारी को लेकर लगातार विपक्ष हमला कर रहा है और पिछले काफी समय से भर्तियां लंबित पड़ी है यह भी एक बड़ा मुद्दा है. इसलिए प्रदेश सरकार परीक्षा के आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ना चाहती और किसी भी हालत में सफल तरीके से परीक्षा संपन्न कराना चाहती है. इस परीक्षा के लिए 11.32 लाख युवाओं ने पंजीकरण किया हुआ है. इतनी बड़ी संख्या में अभ्यिर्थियों की परीक्षा को व्यवस्थित तरीके से कराना अपने आप में ही एक बड़ी चुनौती है.
इसलिए चुनौती है ये परीक्षा
पिछले डेढ़ साल से यह परीक्षा आयोजित नहीं हो पा रही है, सरकार चाहती है कि यह हर हाल में पूरी हो. परीक्षा नहीं होने से युवाओं में रोष बढ़ता जा रहा है. साथ ही, हरियाणा में अब तक कई परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं. दूसरा, प्रदेश में एक दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने के मामले लगातार देखने को मिले हैं. इतना ही नहीं फर्जी अभ्यर्थी पास कर जाते हैं और जब नियुक्ति होती है तो बायोमेट्रिक के समय यह फर्जी अभ्यर्थी पकड़े जाते हैं.
सिपाही पुलिस, सब इंस्पेक्टर, क्लर्क भर्ती समेत अन्य भर्तियों में इस तरह के कई केस देखने को मिल चुके हैं. सरकार के लिए दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने से रोकना सबसे बड़ी समस्या है. हालांकि, सरकार इस पर भी मंथन कर रही है, की सभी प्रकार की जांच परीक्षा केंद्र के बाहर ही की जाए ताकि फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र के अंदर ही प्रवेश न कर पाए.
पहले रही खामियों से सबक लेगी सरकार
नौकरियों को लेकर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा लेता रहा है. CET की परीक्षा पहली बार हरियाणा सरकार ले रही है. इसलिए सरकार ने अब तक कराई गई परीक्षाओं में आई दिक्कतों और रही खामियों को लेकर आयोग से फीडबैक लिया है. आयोग ने दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वालों को रोकना बड़ी चुनौती बताया है. हरियाणा सरकार के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि परीक्षा के लिए पूरी जांच पड़ताल के बाद केंद्र बनाए जायेंगे. पहले से लीक मामले में आरोपी रहे और संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखी जाएगी. साइबर सेल भी सोशल मीडिया के साथ अन्य सभी चीजों पर नजर बनाये हुए है.
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