चंडीगढ़ | जैसा कि आप जानते है वर्ष 2018 में हरियाणा में खेल कोटे ग्रुप के 1,516 पदों पर भर्ती की गई थी. फिलहाल, उस वक़्त नौकरी पाने वाले उम्मीदवार समस्या से घिर चुके है. हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से खेल अधिकारियों की तरफ से जारी अपग्रेडशन सर्टिफिकेट की जांच अंतिम दौर में आ चुकी है. इस दौरान अभ्यर्थियों और खेल एसोसिएशन की मिलीभगत सामने आई है. जांच के दौरान यह भी देखने को मिला के कुछ उम्मीदवारों ने फर्जी सर्टिफिकेट भी दिए और खेल एसोसिएशन ने उनकी वेरिफिकेशन करके उन्हें अपग्रेडेशन सर्टिफिकेट दे दिया.
14 में से मात्र 7 अधिकारी हुए पेश
ब्यूरो की तरफ से मंगलवार को 14 अधिकारी बुलाए गए लेकिन मात्र 7 अधिकारी ही पेश हुए. जो अधिकारी आए नहीं हुए उनका कहना है कि हमें हमारी गलती बताई जाए. उनका कहना है कि हमें पता होना चाहिए कि ब्यूरो हमसे क्या जानकारी चाहता है. फिर हम उसी अनुसार, तैयार होकर ब्यूरो के सामने आएंगे.
हरियाणा में अनेक विभागों में खेल कोटा निर्धारित किया गया है. मुख्यमंत्री की सहमति के बाद के खेल मंत्री के आदेश पर खेल अपग्रेडेशन की विभाग स्तर पर जांच में 5,700 प्रमाण पत्रों में से 2,500 में कमियाँ देखी गई. इस दौरान अधिकतर उम्मीदवारों ने अपने दस्तावेज पूरे कर जॉइनिंग भी कर ली जबकि कुछ उम्मीदवारों के दस्तावेज पूरे नहीं थे.
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो कर रहा जांच
दस्तावेजों के बारे में खेल विभाग से जानकारी मांगी गई. जिसके बाद संबंधित जिलों के खेल अधिकारियों ने संबंधित खेल संगठनों को उम्मीदवारों से जुडी सारी जानकारी भेज दी. कई अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट में संदेह पाया गया इसीलिए मामले की जांच हरियाण एंटी करप्शन ब्यूरो को दी गई. जांच के दौरान संबंधित अभ्यर्थियों व विभागों से भी पूछताछ की गई है. बुलाए गए अधिकारियों में ब्यूरो के सामने रमेश हुड़्डा, ज्योतिष रानी, अनिल कुमार, सतबीर गिल, रणधीर सिंह, कृष्ण बैनीवाल, उपनिदेशक अंबाला परसराम उपस्थित हुए.
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