चंडीगढ़ | पुरानी पेंशन योजना यानी ओपीएस (OPS) को लेकर सियासत तेज हो गई है. जिस पार्टी को देखो ओपीएस को फिर से लागू करने का नारा दे रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी इस राजनीतिक हंगामे में शामिल नहीं है. इसके सभी विपक्षी दलों का कहना है कि अगर आगामी चुनाव में उनकी सरकार बनती है तो ओपीएस को बिना किसी हलचल के लागू किया जाएगा. अब जनता इस प्रस्ताव को स्वीकार करती है या सिरे से खारिज करती है, यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा. बहरहाल, हमें इस पेंशन योजना के बारे में पता होना चाहिए कि आखिर ऐसा क्या है कि राजनीति इतनी ऊंचाई तक पहुंच गई है.
ओपीएस की जगह एनपीएस यानी राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) लाई गई. दोनों के बीच बुनियादी अंतर यह है कि ओपीएस आपको एक निश्चित पेंशन देता है, जबकि एनपीएस में उतार-चढ़ाव हो सकता है. ओपीएस की राशि अंतिम वेतन पर आधारित होती है. अंतिम आहरित वेतन का 50% ओपीएस में पेंशन के रूप में प्राप्त होता है. एनपीएस में यह नियम नहीं है और गारंटीड रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है. क्योंकि एनपीएस का पैसा बाजारों में निवेश किया जाता है और पेंशन बाजार के नफा-नुकसान पर निर्भर करती है. हालांकि आजकल जिस तरह से मार्केट फंड बंपर रिटर्न दे रहे हैं, उसके मुताबिक एनपीएस में अच्छी कमाई देखने को मिल रही है. इस पर टैक्स छूट भी मिलती है. ओपी में ऐसा कुछ नहीं है.
ओपीएस और एनपीएस के बीच अंतर
ओपीएस में पेंशन की राशि तय होती है जिसमें डीए और डीआर जोड़ा जाता है. लेकिन एनपीएस की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि फंड मार्केट लिंक्ड सिक्योरिटी में कितना रिटर्न दे रहा है, जिसमें एनपीएस का पैसा जमा है. अगर रिटर्न कम होगा तो पेंशन का पैसा कम जमा होगा और अगर रिटर्न ज्यादा होगा तो ज्यादा पैसा जुटाया जाएगा. एनपीएस में 10 फीसदी पैसा कर्मचारी के खाते से और 14 फीसदी सरकार की ओर से जमा होता है. यह कर्मचारी के 10 और 14 प्रतिशत वेतन के हिसाब से होता है.
पिछले 10 वर्षों में विभिन्न एनपीएस फंडों ने 9.34 फीसदी का रिटर्न दिया है. आपके पेंशन फंड में जमा की गई राशि को 9.34 प्रतिशत की दर से रिटर्न में जोड़ा जाएगा. इन्हीं में से एक फंड है एसबीआई पेंशन फंड जिसने 10 साल में 9.5 फीसदी रिटर्न दिया है. इसके बाद एलआईसी पेंशन फंड है जिसने 10 साल में 9.55 फीसदी की कमाई की है. यूटीआई रिटायरमेंट सॉल्यूशन फंड ने 10 साल में 9.51% रिटर्न दिया है. इन सभी पेंशन फंडों ने औसतन एनपीएस में 9.4% से ज्यादा रिटर्न दिया है.
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