हरियाणा के बजट में इस बार नहीं होगी बड़ी व लुभावनी घोषणाएं, जानें इसके पीछे की वजह?

चंडीगढ़ | हरियाणा की मनोहर सरकार (Manohar Govt) फरवरी महीने में अपनी सरकार का आखिरी बजट पेश करेगी. इस साल देशभर में लोकसभा और फिर हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं तो ऐसे में यह आम बजट नहीं बल्कि अंतरिम बजट या वोट ऑन अकाउंट बजट होगा. इसमें सरकार कोई बड़ी नीतिगत घोषणा नहीं कर सकेगी.

Manohar Lal Khattar CM

बजट को लेकर वित्त विभाग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. वित्त विभाग पहले ही से सभी विभागों से खर्च और संभावित योजनाओं को लेकर डाटा ले चुका है. वित्त विभाग के एसीएस अनुराग रस्तोगी सभी विभागों के साथ एक- एक करके बैठक करेंगे. मनोहर सरकार का आखिरी आम बजट फरवरी, 2023 में पेश हुआ था. मार्च में इस वित्त वर्ष की समाप्ति के बाद अप्रैल माह से नए वित्त वर्ष का आगाज होगा.

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अक्टूबर में विधानसभा चुनाव

हरियाणा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजेगा. ऐसे में नई सरकार के गठन के बाद ही आम बजट पेश किया जाएगा. इससे पहले वोट ऑन अकाउंट बजट के तौर पर निवर्तमान सरकार की जगह नई सरकार का गठन होने तक के अंतराल में प्रदेश की व्यवस्था किस तरह से चलेगी, कर्मचारियों की सैलरी के लिए फंड कहां से आएगा, चल रही परियोजनाओं के लिए पैसे कैसे आएंगे आदि को लेकर इन समस्याओं को दूर करने के लिए अंतरिम बजट पेश किया जाता है.

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मुख्यमंत्री देंगे अंतिम रूप

अंतरिम बजट में खर्च का जो प्रावधान किया जाता है, उसे वोट ऑन अकाउंट यानि लेखानुदान कहा जाता है. वित्त विभाग पहले से ही विभागों से खर्च और आय का ब्योरा ले चुका है. अब वित्त विभाग संबंधित विभागों के साथ बैठकें आयोजित कर उपलब्ध राशि के अनुसार बजट जारी करेगा. पूरा डाटा तैयार करके वित्त मंत्री व सीएम मनोहर लाल के पास भेजा जाएगा और इसके बाद ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा.

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