चंडीगढ़ | मोटापा और शुगर की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है. यदि आपको भी गेहूं खाने से मोटापा और इन्सुलिन लेवल बढ़ने की समस्या रहती है तो यह खबर आपके लिए बेहद खास है. आपको यह जानकर खुशी होगी कि आपकी इस समस्या का समाधान मिल गया है.
जी हां, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लुधियाना स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लांट ब्राडीइंग एंड जेनेटिक्स डिपार्टमेंट ने गेहूं की एक ऐसी किस्म तैयार की है जो मोटापे और शुगर के इन्सुलिन लेवल को बढ़ने से रोकने में कारगर साबित होगी. वहीं, किसानों को भी इस बार रबी सीजन में गेहूं की इस नई किस्म का बीज बुआई के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. गेहूं की ये किस्म मरीजों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी.
10 साल में तैयार हुई नई किस्म
गेहूं की इस खास किस्म को तैयार करने में पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की 10 साल की मेहनत रंग लाई है. इस किस्म का कई जगहों पर ले जाकर परीक्षण किया गया है तब जाकर इस बीज को तैयार करने में सफलता हासिल हुई है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि डॉक्टर मोटापे वाले मरीजों को गेहूं खाने से मना करते हैं लेकिन गेहूं की इस नई किस्म को मोटापे और शुगर वाले मरीज आसानी से खा और पचा भी सकेंगे. 13 और 14 सितंबर को आयोजित होने वाले कृषि मेले में यह बीज किसानों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
इस खास किस्म के फायदे
यूनिवर्सिटी के एक वैज्ञानिक ने बताया कि गेहूं की इस किस्म में न्यूट्रा सिटिकल वैल्यूज हैं. इसमें रेजिस्टेंस स्टार्च का कॉन्टेंट, जो अमालियों के बढ़ाने से बढ़ता है वो बढ़ाया गया है. इसकी वजह से इसके दाने डायबिटिक मरीजों के लिए फायदेमंद होंगे और यह फाइबर की तरह डाइजेस्ट हो जाएगी. उन्होंने बताया कि इस किस्म की पैदावार तो कम होगी लेकिन बाजार भाव ज्यादा मिलेगा.
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