चंडीगढ़ में कम होगा ट्रैफिक का दबाव, NHAI ने शुरू की नई परियोजना; इन्हें मिलेगा बड़ा लाभ

चंडीगढ़ | आने वाले दिनों में राजधानी चंडीगढ़ में अब ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा. दरअसल, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (NHAI) द्वारा एक नए रिंग रोड का निर्माण शुरू कर दिया गया है. इसके बनने के बाद जो गाड़ियां चंडीगढ़ से हिमाचल के बीच आवागमन करती थी, उनसे स्थानीय लोगों की परेशानी खत्म हो जाएगी.

Ring Road

पंजाब के मुलनपुर के मजरी चौक से सिस्वान होकर हिमाचल प्रदेश के बद्दी तक इस रोड का निर्माण शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा, चंडीगढ़ वालों के लिए एक और बड़ी खबर आई है. NHAI द्वारा जीरकपुर रोड रिंग रोड परियोजना पर भी काम शुरू कर दिया गया है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में हुआ धुंध का आगाज, 1 नवंबर से शुरू होगा ठंड का दौर; जानें आगे कैसा रहेगा मौसम का मिजाज

बैठक में लिया गया निर्णय

अब से पहले अधिकांश बाइक सवार PGIMER तक जाने के लिए बद्दी से न्यू चंडीगढ़ तक सिंगल रोड का ही इस्तेमाल करते थे. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में पिछले महीने एकीकृत महानगर परिवहन प्राधिकरण की बैठक का आयोजन हुआ था. इसमें प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा रिंग रोड के बारे में डिटेल जानकारी साझा की गई. अधिकारियों के हवाले से जानकारी मिली कि पंजाब सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने के लिए वन विभाग से अनुमति मिलने और डीपीआर के तैयार होने का इम्तेज़ार है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में किसानों के लिए खुशखबरी, अब गेहूं के बीज पर मिलेगी 1 हजार रूपए की सब्सिडी

चंडीगढ़ में बढ़ा यातायात का दबाव

NHAI द्वारा बताया गया कि चंडीगढ़ के आसपास शहरों के विकसित होने के कारण शहर में यातायात का दबाव हुआ है. इसे नियंत्रित करने के लिए चंडीगढ़ और ट्राई सिटी इलाके के आसपास रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव प्राधिकरण द्वारा रखा गया था. इसका 18 किमी लंबा पंजाब के मुलनपुर से हिमाचल प्रदेश के बद्दी तक रिंग रोड तक होगा. यह सिस्वान होकर न्यू चंडीगढ़ को बद्दी से जोड़ने का काम करेगा, जिसका निर्माण अब शुरू कर दिया जाएगा.

11 साल से अटकी ये परियोजना भी होगी शुरू

प्राधिकरण द्वारा जीरकपुर रिंग रोड परियोजना पर भी काम शुरू किया जाएगा. पिछले 11 सालों से यह परियोजना अटकी पड़ी है. इसके बनने के बाद अंबाला से शिमला के बीच आवागमन करने वालों को एक वैकल्पिक मार्ग मिल पाएगा. इस पर काम 2017 में शुरू किया गया था, लेकिन 2014 में कुछ विवादों के कारण इस पर रोक लग गई थी. इस रिंग रोड के पूरा हो जाने के बाद शिमला की तरफ से जो गाड़ी आती हैं, वह इस रास्ते से होकर गुजरेंगी. इससे जीरकपुर होकर गुजरने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वह सीधे पंचकूला में शिमला हाईवे पर पहुंच पाएंगे.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit