चंडीगढ़ । हरियाणा कथित तौर पर रजिस्ट्री घोटाले के बाद पटवारी विवाद सामने आया. लेकिन आज हम जिस पटवारी की बात कर रहें हैं. वह इस मामले से अलग है. हरियाणा के भिवानी जिले के राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी में साढ़े 5 महीने का कटड़ा यानी भैंस का बच्चा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. जिसका नाम पटवारी है. यह पटवारी चांदी की पायल पहने हुए. वही इस बछड़े की मालिक का कहना है कि पटवारी को हरियाणा में नंबर वन बनाने के लिए रोजाना 8 किलो मीटर की दौड़, 20 किलो दूध पिलाया जाता है और कई किलो से रोजाना खिलाए जाते हैं.
बता दें हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भवानी में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया है. इस प्रदर्शनी में उत्कृष्ट किस्म के पशु पहुंचे हैं. उनमें से एक पटवारी यह पटवारी अपने नाम, सेहत, पहनावे, खाने-पीने से लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
पायल की छम-छम करता बछड़ा
पटवारी नाम का यह बछड़ा चांदी की पायल चांदी की पायल पहने छम-छम करता चलता है. वही पटवारी के मालिक जोगेंद्र का कहना है कि उनके बच्चों ने बछड़े का नाम पटवारी रखा है. जोगेंद्र बताते हैं पटवारी अभी यह बछड़ा साढ़े 5 महीने का है. लेकिन यह तीन बार इनाम भी चुका है. उन्होंने आगे बताया कि पटवारी को रोजाना 8 किलोमीटर की दौड़ करवाई जाती है. और रोज यह अपनी मां का 18 से 20 किलो दूध पीता है, और कई किलो सेब खाता है.
हरियाणा का नंबर वन झोंटा बनाने का लक्ष्य
पटवारी की मालिक जोगिंदर कहना है कि वह पटवारी को अभी नहीं भेजेंगे साथ ही उन्हें उम्मीद है कि 1 दिन पटवारी सुल्तान और युवराज है तो किस तरह प्रदेश का नंबर वन जैसा बनेगा और तब इसे महंगे दामों पर भेजेंगे इसी के साथ जोगिंदर ने सभी किसानों और पशुपालकों से अच्छी नस्ल के पशुओं को पालन करने की और अपनी आय में वृद्धि करने की अपील की वही पटवारी नाम का यह बचना प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल किस प्रदर्शनी को सार्थक सिद्ध करता हुआ दिखाई दे रहा है. साथ ही किसानों के लिए प्रेरणा बन गया है. जो हर किसान व पशुपालकों उत्कृष्ट किस्म के पशुओं के पालन से आय में वृद्धि की प्रेरणा दे रहा है.
पटवारी की क्या है खासियत
- यह बछड़ा 25000 की पाजेब पहनता है.
- पशुपालक ने इस बछड़े का नाम पटवारी रखा है.
- पटवारी की छम छम चलते कदम लोगों के आकर्षण का केंद्र.
- रोजाना 18 से 20 किलो दूध पीता है पटवारी
- 8 किलोमीटर दौड़ लगाता है पटवारी
- कई किलो से रोजाना खाता है पटवारी
- साढ़े 5 साल की उम्र में तीन बार इनाम जीत चुका है पटवारी.
- हरियाणा के नंबर वन भैंसा बनाने का लक्ष्य.