चंडीगढ़ | इरादे पक्के हो तो कोई भी मुश्किल कार्य पूरा किया जा सकता है. हरियाणा की यशिका खत्री ने यह कर दिखाया है. यशिका ने विमान उड़ाने की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. यशिका का नाम यूनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका (यूएसए) की ओर से विश्व की उन 35 महिलाओं में शामिल किया गया है. जिन्हें मिलिया एयर हार्ट स्कालरशिप प्रदान की गई है.
जानिए विस्तार से
आपको बता दें कि एरिजोना के एम्ब्री रिडल ऐरोनोटिकल विश्वविद्यालय में यशिका ने प्लेन (विमान) उड़ाने की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इसके लिए यशिका को 10 हजार डालर देकर स्कालरशिप से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही एक साल तक एक विमान पर उसका नाम भी अंकित किया गया है. इस विमान पर भारत का तिरंगा भी एक साल तक फहराता रहेगा.
गौरतलब यह है कि यशिका उसी कोलोराडो विश्वविद्यालय में एयरोनाटिकल विषय से पीएचसी कर रही हैं. जहां से अंतरिक्ष यात्री स्वर्गीय कल्पना चावला ने एयरोनाटिकल में इंजीनियरिंग की थी. उन्होंने कहा कि अगर बेटियों को मौका दिया जाए तो वे देश का नाम विश्व में बुलंद कर सकती हैं. गत दिवस हैरिटेज विरासत में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें डा. महासिंह पूनिया ने सम्मानित किया. यशिका का भी सपना कल्पना चावला की तरह अंतरिक्ष तक उड़ान भरने का है.
जानिए यशिका खत्री ने क्या कहा
यशिका खत्री ने बताया कि एक नागरिक के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होती है, जब उसकी वजह से उसके देश का झंडा बुलंद होता है. यूएसए के एक विमान पर जब उनका नाम अंकित हुआ और साथ में तिरंगा लहराया गया तो यह उनके लिए सबसे गौरवान्वित करने वाला पल था. यशिका ने एम्ब्री रिडल एयरोनाटिकल विश्वविद्यालय से स्नातक की है. अब वे यूनिवर्सिटी आफ कोलोराडो से एरोस्पेस में पीएचडी कर रही हैं. यशिका ने बताया कि यह एरोस्पेस इंजीनियरिंग का अवार्ड है, ऐसे ही मिलिया एयर हार्ट स्कालरशिप कहते हैं.
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