3 साल से सेना की खुली भर्ती की बाट में युवा, ओवरएज होने के चलते लगा रहें हैं मौत को गले

चंडीगढ़ । हरियाणा के भिवानी जिलें के गांव तालु में एक 23 वर्षीय युवक पवन की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. बता दें कि पवन ने उसी ग्राउंड पर फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी जहां वो देश सेवा के जुनून में आर्मी में भर्ती होने के लिए पिछले दस साल से कड़ी मेहनत कर रहा था. कोरोना के चलते पिछले तीन साल से केंद्र सरकार ने आर्मी की भर्ती नहीं निकाली है और यह युवक ओवरएज हो गया और इसी बात से मानसिक रूप से आहत पवन ने मौत का रास्ता चुना. अब सब यही सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार इस युवक की मौत का जिम्मेदार कौन है.

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तीन साल से इंतजार में युवा

बता दें कि पिछले तीन साल से सेना में खुली भर्ती न होने से हर साल हरियाणा के 75 हजार युवाओं का हौसला ऐसे ही टूट रहा है. इन युवाओं की भर्ती की उम्र निकल रही है और बेरोजगार घूम रहे हैं. भर्ती खोलने की मांग को लेकर युवा प्रदर्शन कर चुके हैं, सांसदों को पत्र लिखकर अपनी बात से अवगत करा चुके हैं लेकिन मोदी सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.

हर साल होते हैं 6 हजार जवान भर्ती

बता दें कि सेना में सिपाही पद की भर्ती के लिए 17.5 साल से 21 साल तक की आयु निर्धारित है. तकनीकी और लिपिक पदों के लिए अलग से योग्यता है. हरियाणा से औसतन हर साल 6 हजार जवान सेना में भर्ती होते हैं. खुली भर्ती न होने से युवाओं में मायूसी छाई है. प्रदेश में खोले गए भर्ती कार्यालयों से कोई सूचना नहीं मिल रही है कि भर्ती कब होगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

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सेना के प्रति हरियाणा का गजब जज्बा

सेना में शामिल होने का सपना संजोए बैठे युवाओं का कहना है कि जल्द ही खुली भर्ती होनी चाहिए और कोरोना के चलते ओवरएज हुए युवाओं को भर्ती में छुट मिलनी चाहिए ताकि किसी और का लाल इस तरह का खौफनाक कदम न उठाए. सेना में शामिल होने की उम्मीद में युवा कड़ी मेहनत में जुटे हुए हैं और मोदी सरकार का फर्ज बनता है कि वो युवाओं की इस मांग पर जल्द से जल्द गौर फरमाएं.

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बता दें कि भारतीय सेना में भर्ती होने का हरियाणा के युवाओं में गजब का जज्बा है. सेना का हर दसवां जवान हरियाणा से है. रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, भिवानी और रोहतक ज़िले से सबसे अधिक युवा भारतीय सेना में भर्ती होते हैं. हरियाणा की तरफ से सेना में आर्मी चीफ भी रहें हैं. इनमें आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग और जनरल वीके सिंह शामिल हैं.

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