चरखी दादरी | उस उम्र में जब नौजवान स्कूल- कॉलेज जाते हैं और नए- नए मोबाइल फोन या गैजेट्स के बारे में चर्चा करते हैं, उस उम्र में हरियाणा के चरखी दादरी के हेमंत ने वह कर दिखाया है, जो शायद किसी की कल्पना से परे होगा. यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में आयोजित हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हेमंत सांगवान ने वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब झटक लिया है. एक और जहां हेमंत की इस उपलब्धि पर घर वाले खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं, वही परिवार में बधाइयां देने वालों का तांता थमने का नाम नहीं ले रहा है.
ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत
गांव पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा हेमंत का फूल- माला पहनकर और ढोल- नगाड़ों के साथ जबरदस्त स्वागत किया गया. बता दें कि बाढ़ड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांव खेड़ी बूरा के रहने वाले हेमंत सांगवान ने अमेरिका के कोलोराडो में 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक हुई अंडर- 19 वर्ल्ड बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल झटक कर देश- विदेश में हरियाणा का नाम चमका दिया है. 90 किलोग्राम भार वर्ग में उन्होंने फाइनल बाउट में 4- 1 के स्कोर से विरोधी खिलाड़ी पर जीत हासिल की.
बचपन में हेमंत था शरारती
हेमंत के पिता विनोद सांगवान और सुनीता देवी बताते हैं कि बचपन में यह काफी शरारती था. बचपन की एक डांट से उसका जीवन बदल गया. वह बताते हैं कि केवल 11 साल की छोटी सी उम्र में हेमंत ने अपने बॉक्सिंग करियर की शुरुआत की और लगातार अपनी कड़ी मेहनत के बल पर 17 वर्ष की उम्र में विश्व विजेता बन कर विश्व पटल पर अपने प्रदेश और देश का नाम चमका दिया.
युवाओं को रहना चाहिए नशे से दूर: हेमंत
अपनी इस उपलब्धि पर हेमंत सांगवान भी काफी ज्यादा उत्साहित नजर आए. उन्होंने ओलंपिक खेलों में गोल्ड मैडल जीतने को ही अपना अगला टारगेट बताया. युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को नशे से दूर रहकर कड़ी मेहनत के बल पर सफलता हासिल करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर खेल में हार- जीत होती ही रहती है, लेकिन अगर हार मिले तो हमें निराश न होकर निरंतर सफलता के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए.
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