आर्गेनिक खेती की मिसाल कायम कर रहा है यह किसान, इस तकनीक से लें रहा है बंपर पैदावार

चरखी दादरी । बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांव काकड़ोली हट्ठी का रहने वाला युवा किसान सूर्य प्रकाश आर्गेनिक खेती के जरिए क्षेत्र के लोगों के लिए मिसाल कायम कर रहे हैं और साथ ही एक जागरूक किसान होने की जिम्मेदारी का भी निर्वाहन कर रहे हैं. युवा किसान फसल सिंचाई के लिए ड्रिप व स्प्रिंकलर सिस्टम से एक-2 बूंद को बचा रहे हैं.

PEDD
पढ़ाई के बाद नौकरी करने की बजाय अपनी 10 एकड़ जमीन पर आधुनिक सिंचाई व्यवस्था कर सरकार के जल बचाओ अभियान को मजबूती प्रदान कर रहें हैं. आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए पेस्टीसाइड इस्तेमाल करने की जगह पर अपने खेत में कृषि के साथ पशुपालन व्यवसाय शुरू किया और गोबर के साथ केंचुआ खाद बनानी शुरू कर दी. उनकेे द्वारा देशी खाद से तैयार की गई फसलें गेहूं, बाजरा आदि और प्याज, टमाटर आदि सब्जियों की उन्हें अच्छी-खासी आमदनी हो रही हैं.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में चलती ट्रेन में खाटू श्याम से लौट रहे श्रद्धालु को आया हार्ट अटैक, 'भगवान' बनी लेडी डॉक्टर ने बचाई जान

ड्रिप सिस्टम से कर रहे हैं सिंचाई

युवा किसान सूर्य प्रकाश ड्रिप सिस्टम के जरिए आधुनिक सिंचाई को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस तकनीक से पानी सीधे पौधे की जड़ में पहुंच जाता है. उनकेे इस मिशन से सरकार के जल बचाओ मिशन को भी मुहिम मिल रही है. कल तक सामान्य जिंदगी जी रहा किसान सूर्य प्रकाश आज ट्रैक्टर व बड़ी छोटी मशीनों समेत सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त होकर खेती कर रहा है. उन्होंने बताया कि किसान ज्यादा पैदावार लेने के लिए अंधाधुंध रासायनिक पेस्टीसाइड व खाद का इस्तेमाल कर बीमारियों को न्योता दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसी तरह से खाद व केमिकल युक्त रासायनिक दवाओं का छिड़काव करते रहे तो आने वाली पीढ़ियों के लिए हम जहर युक्त भूमि छोड़ कर जाएंगे.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में चलती ट्रेन में खाटू श्याम से लौट रहे श्रद्धालु को आया हार्ट अटैक, 'भगवान' बनी लेडी डॉक्टर ने बचाई जान

सूर्य प्रकाश ने बताया कि हम अगर थोड़ी सी भी समझदारी दिखाएं तो देशी खाद व ड्रिप सिस्टम से अपने ही खेत में उत्पादित अनाज व सब्जियों को महंगे दाम पर बेचकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं. इससे हम खुद के लिए रोजगार की व्यवस्था भी कर सकते हैं.

कृषि क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं

चरखी दादरी कृषि विशेषज्ञ डॉ चन्द्रभान श्योराण ने कहा कि कृषि जीवन यापन का जरिया ही नहीं अपितु विकास का आधार भी है. हमें कृषि में ज्यादा रासायनिक खाद व दवाओं के इस्तेमाल से परहेज़ करना होगा और देशी व केंचुआ खाद का प्रयोग कर अपनी पैदावार को बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि हमें कृषि के साथ-2 सब्जियों की पैदावार भी लेनी चाहिए ताकि आर्थिक स्थिति मजबूत रहें. उन्होंने किसान सूर्य प्रकाश का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे कई युवा किसान ड्रिप सिस्टम व देशी खाद का खेतों में प्रयोग कर बेहतर उत्पादन लें रहे हैं.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit