कोरोना संक्रमण: शहरो के मुकाबले गांव में हुई कम मौते, अच्छा खानपान व स्वच्छ हवा ने की संक्रमण को मात देने में मदद

चंडीगढ़ । कोरोना महामारी के इस दौर में तमाम स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से लेस शहरों के मुकाबले कम सुविधाएं होते हुए भी गांव अच्छे हैं. गांवों में कम आवाजाही, अच्छे खानपान और स्वच्छ हवा ने लोगों को कोरोना से लड़ने में सहायता की है. गांव के लोगों की अच्छी इम्यूनिटी होने के कारण यहां शहरों के मुकाबले न केवल संक्रमण कम फैला,  बल्कि शहरों के मुकाबले मौत भी कम हुई.

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गांव की तुलना में ज्यादा शहरी लोगों की हुई कोरोना से मौत

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की अब तक की समीक्षा रिपोर्टों के अनुसार प्रदेश में अब तक कोरोना से 9384 मरीजों की मौत हुई है. जिनमें से 5625 शहरी क्षेत्रों में रहने वाले वही 3759 ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हैं. ऐसे में गांव की मुकाबले शहर के मरीजों की अधिक जान गई है. प्रदेश के 22 जिलों में से 13 जिलों में ग्रामीणों की मौत का आंकड़ा काफी कम रहा है. वही 9 जिले ऐसे भी है जहां शहरी लोगों के मुकाबले गांव के मरीजों की ज्यादा मौत हुई है.

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इन जिलों में हुई सबसे अधिक मौत

अब तक कोरोनावायरस  से मौतों की बात करें तो सबसे ज्यादा मौतें हिसार जिले 1003 हुई है. जबकि सबसे कम नूंह में 113 मौत हुईं. गुरुग्राम में 894, फरीदाबाद में 716, भिवानी में 577, करनाल में 540, अंबाला में 506, जींद में 510, कैथल में 321, कुरुक्षेत्र में 347, महेंद्रगढ़ में 146, पंचकूला में 365, पानीपत में 536, रेवाड़ी में 497, सिरसा में 446, सोनीपत में 254, यमुनानगर में 395, पलवल में 149 और रेवाड़ी में 209 मौत दर्ज की गई हैं.

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