कोरोना की दूसरी लहर में ही तीसरी की तैयारी कर रहा है हरियाणा, जाने कब तक रहेगा लॉकडाउन

पंचकूला | हरियाणा सहित पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है . फिलहाल संक्रमित केसों की संख्या में कमी आने से राहत मिलीं है लेकिन तीसरी लहर आने की आहट भर को लेकर ही सरकार और लोगों की नींद उड़ गई है. ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर से निपटने हुए हरियाणा तीसरी लहर से निपटने के लिए मजबूती से मुकाबला करने की तैयारी में जुट गया है. हालांकि 31 मई के बाद भी लॉकडाउन अवधि समाप्त होने की संभावना कम ही है लेकिन लोगों को ओर अधिक छूट प्रदान की जा सकती है.

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31 मई के बाद लॉकडाउन जारी रहने की संभावना

प्रदेश सरकार इस उम्मीद से परे थी कि कोरोना की दूसरी लहर भी इतनी ही घातक साबित होगी लेकिन पसली लहर में की गई तैयारियों के अनुभव के आधार पर कोरोना की दूसरी लहर से निपटने में मदद मिलीं. शुरुआती कुछ दिनों में हालांकि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कमी देखी गई लेकिन धीरे-धीरे इस कमी को भी पूरा करने में कामयाबी हासिल हुई. तीसरी लहर आने की आंशका के चलते इससे लड़ने की दिशा में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं.

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प्रदेश में लॉकडाउन लागू होने से संक्रमित केसों की संख्या में कमी आई है. प्रदेश सरकार का कहना है कि पोजिटिविटी रेट घटकर 5 % नहीं हो जाती तब तक लाकडाउन में ढील नहीं दी जा सकती.

औद्योगिक घराने भी सरकार की मदद के लिए आगे आए

प्रदेश में कोरोना महामारी से निपटने हेतु प्रदेश सरकार के संसाधन और तेजी से किए गए प्रयास तो काम आएं हीं, साथ ही औधौगिक समूह और सामाजिक संगठनों ने भी इस काम में अपनी क्षमता के अनुसार सहयोग किया है. गुरुग्राम के सेक्टर 38 स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आक्सीजन युक्त 100 बेड का अस्पताल वेदांता समूह के सहयोग से तैयार किया गया. करनाल में 100 बेड की क्षमता वाला फील्ड हस्पताल व सिरसा में बाबा तारा चेरिटेबल हस्पताल 150 बेड के साथ कोविड मरीजों के लिए तैयार किया गया. देश के मशहूर औधौगिक समूह जिंदल ग्रुप ने आक्सीजन की निःशुल्क सप्लाई शुरू की.

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मुख्यमंत्री के प्रयासों से आक्सीजन स्पोर्ट युक्त 500-500 बेड के दो हस्पताल हिसार व पानीपत में मात्र 15 दिनों में तैयार किए गए. पीसीआर वाहनों व रोड़वेज बसों को एंबुलेंस में तब्दील करने के अभिनव प्रयोग हुए जिसका फायदा आम आदमी को मिला.पिछले साल हरियाणा के 601 निजी व सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड की संख्या 45,988 थी, जो इस बार बढ़कर 88,794 तक पहुंच गई है.

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हरियाणा में डबल हों गई है स्वास्थ्य संस्थानों की सुविधा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि प्रदेश में फिलहाल मेडिकल कॉलेजों, निजी व सरकारी अस्पतालों में 15 हजार आक्सीजन बेड, 5410 वेंटिलेटर व आइसीयू बेड है. इसके अलावा प्रदेश के सभी 22 जिलों में 526 कोविड केयर सेंटर में 45,086 बेड, मध्यम 281 कोविड हस्पतालों में 21,417 बेड उपलब्ध है.

पिछले साल सभी जिला व मेडिकल कॉलेजों में 2-2 डायलिसिस यूनिट थी, जबकि आइसोलेशन बेड की संख्या 45,988 थी जो इस बार बढ़कर दोगुनी हो गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन संसाधनों व सरकार की सतर्कता से कोरोना से निपटने में कम समय में अधिक प्रगति की गई है.

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