पंचकूला । हरियाणा में कोविड के यूं. के. स्ट्रेन की धमक बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. प्रदेश में अब तक करीब 275 यू. के. स्ट्रेन के नए मामले सामने आए हैं. इनमें से ज्यादातर मामले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के तीन जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत के अलावा जी. टी. रोड़ के दो जिले शामिल है. हालांकि इससे पहले प्रदेश में सिर्फ एक दर्जन कोविड संक्रमितों में नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी, लेकिन 18 अप्रैल की शाम को दिल्ली की जांच से जो रिपोर्ट सामने आई, उसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
9 जिलों में कांटैक्ट ट्रेसिंग बेहद ख़राब
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार इन 9 जिलों नूंह में 20 फीसदी,पलवल में 16, जींद में 5, कैथल में 13, फरीदाबाद में 7.5, फतेहाबाद में 6.6, रेवाड़ी में 8.25, यमुनानगर में 9.25, रोहतक में 9.36 और करनाल में 9.7 फीसदी रेशों है. यह हाल तब है जब केन्द्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को टैस्टिंग,टैरसिग और ट्रिटमेंट पर जोर देने के सख्त निर्देश दिए गए हैं.
दिल्ली में बेड की कमी, हरियाणा में दाखिल हो रहें हैं मरीज़
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि एनसीआर इलाकों से जितने भी मरीज आ रहे हैं वो केवल तीन जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत से हैं. दिल्ली में मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है, इसलिए वो हरियाणा के अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. विज ने कहा कि हम उन मरीजों को धक्का तो नहीं मार सकते और हम सभी को इलाज व सुविधा देने का प्रयास कर रहे हैं. विज ने कहा कि सरकार पूरी तरह से अलर्ट है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे है.
विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार विज्ञापनों पर खर्च करने की बजाय अस्पतालों में इलाज की सुविधा बढ़ाने पर जोर दें. यदि कोई दवाई हिंदुस्तान से नहीं मिल रही है तो विदेश से मंगवा ले.
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