करनाल I देश मे कोरोना संक्रमण थमने का नाम नही ले रहा है। दिन प्रतिदिन नए नए केस सामने आ रहें हैं। कोरोना संक्रमण से खुद को बचाने के लिए लोगों को ही जागरूक रहना होगा। कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आने और ऐसी जगह जाने से बचना होगा जहाँ कोरोना कन्टेनमेंट ज़ोन बना हुआ हो। लेकिन कई बार लोगों को पता नही होता कि वे जिस क्षेत्र में जा रहें हैं वो उनके लिए सुरक्षित है या नहीं।
खुशी की बात है कि गूगल ने लोगों की इस समस्या का समाधान कर दिया है। गूगल ने अपने ऐप “गूगल मैप” में एक नया फीचर जोड़ा है जिससे लोगों को यह जानने में आसानी होगी कि किस क्षेत्र में कितने कोरोना संक्रमित मरीज़ हैं और कौन सा क्षेत्र कोरोना कन्टेनमेंट ज़ोन बना हुआ है। यह फीचर “कोरोना लेयर” के नाम से आएगा। अब ऐप के इस खास फीचर से लोग यह तय कर पायंगे कि किस क्षेत्र मे जाना उनके लिए सुरक्षित है और किस क्षेत्र में नहीं।
कोरोना लेयर फ़ीचर की विशेषता
गूगल ने यह जानकारी अपनी ब्लॉग पोस्ट में सांझा की है। इस फीचर का उपयोग करने के लिए यूजर को गूगल ऐप खोलना होगा। फिर स्क्रीन पर ऊपर दाएं ओर कोने में लेयर बटन पर क्लिक करना होगा। अब यूजर मानचित्र में डेटा देख सकते हैं। इसके साथ ही अधिक जानकारी के लिए यूजर “कोविड-19 जानकारी” बटन पर क्लिक कर सकते हैं। इससे यूजर मानचित्र में दिखाई दे रहे क्षेत्र में प्रति 1,00,000 लोगों पर 7 दिनों में कितने नए मामले आये हैं, देख सकते हैं। यही एक लेबल भी दिखाई देगा जिससे यह पता चलेगा कि क्षेत्र-विशेष में केस बढ़ रहे हैं या कम हो रहे हैं। एक और फीचर भी जोड़ा जाएगा जिससे यूजर नए मामलों की पहचान कर सकेगा। इसे कॉडिंग फ़ीचर का नाम दिया जाएगा।
इन स्त्रोतों से गूगल की मिलेगी जानकारी
कोरोना सम्बन्धित सभी जानकारी गूगल विभिन्न स्रोतों से एकत्रित करेगा। कोविड-19 की पूर्ण जानकारी मुख्यत न्यूयॉर्क टाइम्स, विकिपीडिया और जॉन्स हॉपकिन्स, विश्व स्वास्थ्य संगठन, राज्य व स्थानीय स्वास्थ्य एजेंसियों, सरकारी स्वास्थ्य मंत्रालयों, हॉस्पिटल्स जैसे सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठनों से एकत्रित की जायगी।