कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने की बैठक, ये गाइडलाइन की जारी

नई दिल्ली | कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने बताया कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन देश हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है.

Mansukh Mandaviya Union Health Minister

भीड़ में लोगों को मास्क पहनने की सलाह

डॉ. वीके पॉल ने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय में हर हफ्ते कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक होगी. इस दौरान डॉ. पॉल ने भीड़ में लोगों को मास्क पहनने की सलाह भी दी है. उन्होंने बताया कि देश में पर्याप्त मात्रा में कोरोना टेस्टिंग हो रही है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय तय करेगा कि आगे क्या कदम उठाने हैं.

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डॉ. पॉल ने कहा कि जीनोमिक सर्विलांस के बाद सितंबर में भारत में तीन बार बीएफ.7 वैरिएंट पाया गया. अभी देश में 18 साल से ऊपर के 28 फीसदी लोगों को ही बूस्टर डोज दिया गया है. सभी लोगों को बूस्टर डोज मिलनी चाहिए. इसके साथ ही सभी राज्यों को केंद्र सरकार के आदेश का पालन करना होगा. वहीं भारत जोड़ो यात्रा को लेकर स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राहुल गांधी को लिखे गए पत्र पर उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री इस पर अपनी राय पहले ही रख चुके हैं.

चीन के हालात पर नजर रखने की जरूरत

आईसीएमआर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक समीरन पांडा ने कहा कि अब चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अनुमान है कि अगले तीन महीनों में चीन में 60 प्रतिशत लोग संक्रमित हो जाएंगे, इसलिए डर का माहौल बनाया गया है. चीन के हालात पर नजर रखना जरूरी है लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है.

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हाईब्रिड इम्युनिटी पर नजर रखने की जरूरत

आईसीएमआर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक समीरन पांडा ने कहा कि हमें हाइब्रिड इम्युनिटी को देखना होगा जो वैक्सीन या संक्रमण के कारण भारत में हुआ है. चीन में जीरो कोविड पॉलिसी रही है, यानी कई लोग छूट गए. उन्होंने कहा कि कोविड हमारे साथ है और आगे भी रहेगा. लेकिन ज्यादा पुराने रोग, किडनी, लिवर की समस्या, हाइपरटेंशन या बुजुर्गों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन ऐसा नहीं है कि नया म्यूटेंट मृत्यु दर को बढ़ा देगा. ऐसा नहीं है कि जो स्थिति चीन में है वही स्थिति अन्य देशों में भी होगी. कोरोना का नया वायरस 2019 में आया था लेकिन अब एक देश की स्थिति दूसरे देश से अलग है.

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कोरोना प्रोटोकॉल का हो पालन

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होना चाहिए, लेकिन बुधवार सुबह से जिस तरह से मुझे इशारा किया जा रहा है और पूछताछ की जा रही है, उस पर मैं स्थिति स्पष्ट करना चाहता हूं. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि देश में कोरोना न फैले, देश के सभी नागरिक स्वस्थ रहें, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री एक परिवार विशेष के संरक्षण में आकर अपनी जिम्मेदारी न निभाएं.

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