नई दिल्ली | CBSE द्वारा कोरोना संक्रमण से हुए छात्रों के शैक्षणिक नुकसान को भरने के लिए 2021 की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को 45 से 60 दिन की देरी से कराने पर विचार किया जा रहा है. साथ ही, अपेक्षित हालातों के न चलते बोर्ड के द्वारा इस बार 50 प्रतिशत तक सिलेबस को घटाए जाने की भी संभावना है जिससे बच्चों को अतिरिक्त मानसिक तनाव न झेलना पड़े. इसके साथ 2 महीने तक परीक्षा का आयोजन भी स्थगित किया जा सकता है.
कई राज्य बोर्ड पहले ही कम कर चुके हैं पाठ्यक्रम
वैसे तो सीबीएसई व सीआईएससीई के अलावा कई राज्यों जैसे तेलांगना व गुजरात शिक्षा बोर्ड ने जुलाई में ही अपने सिलेबस में 30 प्रतिशत तक की कमी कर दी थी. चूंकि (CISCE) काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन भी 10वीं व 12वीं की बोर्ड 2021 की परीक्षाओं के सिलेबस को कम करने का विचार कर रही है, जिस पर जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा.
सीबीएसई व सीआईएसई बोर्ड के अधिकारियों ने कहा है कि ‘छात्रों पर से शिक्षा के बोझ को कम करने हेतु सिलेबस में कटौती करने की जरूरत है’. वहीं सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि ‘वैसे तो अभी तक सिलेबस को कम करने के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन अगर यह स्थितियां यथावत बनी रहीं तो पाठ्यक्रम में कटौती की जा सकती है. उन्होने बताया कि ऐसी स्थिति में बोर्ड द्वारा 70 या 50 फीसदी पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी जिसपर जल्द ही बोर्ड निर्णय लेगा.
वहीं सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गेरी अराथून ने कहा कि ‘अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है कि 2021 के एग्जाम का क्या क्राइटीरिया होगा, लेकिन अगर हालात ऐसे ही रहे तो सिलेबस में कटौती की जा सकती है अन्यथा परिस्थितियों के सामान्य होने तक का इंतजार रहेगा.
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