पंचकुला | हरियाणा सरकार की ओर से अपने गृह जिले से बाहर काम कर रहे जेबीटी (जूनियर बेसिक टीचर) के लिए अच्छी खबर निकल कर सामने आई है. ऐसा इसलिए क्योंकि वर्ष 2011 में भर्ती किए गए जेबीटी में से अब जो भी घर से दूर नौकरी कर रहे हैं, वे सब लोग अब अपने गृह जिले में नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं. इन सभी तबादलों के लिए हरियाणा सरकार की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. इस नियुक्ति के बाद से अब तक एक बार भी गृह जिले में सेवाएं ना देने वाले शिक्षकों को ऑनलाइन तबादलों (JBT Teacher Online Transfer) में प्राथमिकता हासिल हो सकती है. मुख्य रूप से अभी तबादलों से पहले मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से इन सभी का रिकॉर्ड एकत्रित किया जा रहा है.
मौलिक शिक्षा निदेशक की तरफ़ से सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को वर्ष 2011 में पहले विकल्प के आधार पर पद ग्रहण किए हुए जेबीटी शिक्षकों का पूरा डाटा भेजने के लिए आदेश दिए गए हैं. यहां हम आपको बता दें कि एक बार पहले भी निदेशालय ने इनके रिकॉर्ड की मांग जाहिर की थी, किन्तु उस समय पर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों की ओर से यह रिकॉर्ड नहीं भेजा गया था. अब यह पूरा डाटा सभी को एक बार फिर से 10 जनवरी तक मुहैया कराने की अपील की गई है. रिकॉर्ड न देने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा सकती है.
जानें, क्या जानकारी देनी होगी
- वर्ष 2011 में लगे जेबीटी शिक्षकों में से कुल कितने शिक्षकों को उनके जिले में पद का कार्यभार संभालने को कहा गया था.
- पहले विकल्प के आधार पर कुल कितने जेबीटी शिक्षकों को उनका गृह जिला हासिल हुआ था.
- पहले विकल्प के आधार पर कितने जेबीटी शिक्षकों को उनका गृह जिला नहीं दिया गया था.
- नंबर कम होने के बावजूद मिलेगी वरीयता.
- सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर घर से दूर अपने पद का कार्यभार संभाल रहे जेबीटी शिक्षक के नंबर भी एमआईएस पोर्टल (Mis Portal) पर कम होंगे तो भी उनका तबादला पहली वरीयता के आधार पर गृह जिले में किया जाएगा.
- वहीं दूसरी तरफ साफ तौर पर कहा गया है कि जो पहले से गृह जिले में तैनात हैं या फ़िर वहां अपनी सेवाएं दे चुके हैं, उन्हें पद खाली होने पर ही दूसरी प्राथमिकता के आधार पर गृह जिला दिया जा सकता है.
वर्ष 2011 में भरे गए थे कुल 8401 पद
वर्ष 2011 में हरियाणा में जेबीटी शिक्षकों के लिए कुल 8401 पद भरे गए थे. इसके बाद भी बड़ी संख्या में जेबीटी शिक्षकों को उनके पहले विकल्प पर गृह जिला दर्ज कराने के बाद भी गृह जिला नहीं दिया गया था. हिसार के जेबीटी शिक्षक को पलवल, पानीपत व अन्य जिले मिले थे. ज्यादातर शिक्षक तब से उन्ही जिलों में अपने पद का कार्यभार संभाल रहे हैं. हालंकि, एमआईएस पोर्टल (Mis Portal) पर इनके नंबर कपल केस, महिला व ज्यादा योग्यता वाले जेबीटी शिक्षकों (JBT Teacher) से हर बार कम रह जाते हैं.
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