फरीदाबाद | हरियाणा के जिला फरीदाबाद स्मार्ट सिटी के लोगों को नए साल में फरीदाबाद- गुरुग्राम के बीच मेट्रो रेल का काम शुरू होने की उम्मीद है. अगले वर्ष राज्य सरकार के बजट में मेट्रो रेल के लिए बजट आवंटित होने की उम्मीद है. हालाँकि, अभी यह डीपीआर तक ही सीमित है जबकि लोग 9 साल से इस मेट्रो रेल परियोजना का काम शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.
मेट्रो रूट की लंबाई 32.14 किलोमीटर
मेट्रो रेल के बारे में अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक, फरीदाबाद- गुरुग्राम मेट्रो रेल मेट्रो रूट की लंबाई 32.14 किलोमीटर है. इस रूट पर 12 मेट्रो रेल स्टेशन बनाए जाने हैं. यहां बाटा चौक से गुरुग्राम तक मेट्रो रेल शुरू होगी. इनमें से 6 मेट्रो रेल स्टेशन फरीदाबाद की सीमा में और 6 मेट्रो रेल स्टेशन गुरुग्राम की सीमा में बनाए जाने का प्रस्ताव है.
लोगों की उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए सरकार अगले साल मेट्रो रेल के लिए बजट आवंटित करेगी. पलवल से बल्लभगढ़ के बीच मेट्रो रेल के सर्वे का काम भी सरकार की ओर से सौंपा गया है. इस मेट्रो रेल का सर्वे भी अगले साल तक पूरा हो जाएगा. फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच 24 घंटे में एक लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं. इसी वजह से यहां के लोग मेट्रो रेल चलाने की मांग कर रहे हैं.
फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राज भाटिया का कहना है कि फरीदाबाद-गुरुग्राम के बीच मेट्रो रेल (Faridabad to Gurugram Metro) का काम शुरू होना चाहिए. दोनों शहर गुरुग्राम- फरीदाबाद मेट्रो रेल से जुड़ेंगे. दोनों शहरों के बीच व्यापार भी बढ़ेगा.
ग्रेटर फरीदाबाद के लिए भी मेट्रो चलाने की मांग
वर्ष 2015 में ग्रेटर फरीदाबाद को मेट्रो रेल से जोड़ने के लिए सर्वे भी किया गया था, लेकिन इस प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया है. आईएमटी के उद्यमियों ने भी आईएमटी को मेट्रो रेल से जोड़ने की मांग की है. सेक्टर-84 स्थित एलीट प्राइम सोसायटी के प्रधान अवनींद्र तिवारी का कहना है कि ग्रेटर फरीदाबाद को मेट्रो रेल से जोड़ने की जरूरत है. इससे यहां के लाखों लोगों को फायदा होगा.
2014 में मुख्यमंत्री मनोहर ने कही थी ये बातें
वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सबसे पहले सोशल मीडिया के माध्यम से फरीदाबाद-गुरुग्राम को मेट्रो रेल से जोड़ने की बात कही थी. मुख्यमंत्री ने 2015 में इसकी औपचारिक घोषणा भी की थी. इसके बाद, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने वर्ष 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की थी कि वर्ष 2021 में मेट्रो रेल सेवा शुरू की जाएगी. जन प्रतिनिधियों के तमाम दावों के बीच साल 2023 भी बीतने वाला है. तब से मेट्रो रेल सेवा शुरू होना तो दूर, बजट तक का प्रावधान नहीं किया गया है. इससे मेट्रो रेल की कार्ययोजना ठप हो गई है.
इन पांच उम्मीदों से होगा स्मार्ट सिटी का कायाकल्प
- गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो रेल पर काम शुरू होने से प्रॉपर्टी कारोबार बढ़ने की उम्मीद.
- मेट्रो रेल चलने के बाद गुरुग्राम रूट पर वाहनों की संख्या कम होने की उम्मीद.
- अगले साल तुगलकाबाद रूट के जरिए गुरुग्राम मेट्रो से जुड़ने की उम्मीद है.
- गुरुग्राम रूट पर मेट्रो रेल चलने से पर्यावरण संरक्षण की उम्मीद, इससे प्रदूषण भी कम होगा.
- उम्मीद है कि पलवल मेट्रो से पलवल शहर के विकास को पंख लगेंगे.
ये हैं पांच चुनौतियां
- मेट्रो रेल फीडर बस सेवा चलाने की चुनौती.
- गुरुग्राम मेट्रो रूट को पूरे शहर से जोड़ने की चुनौती.
- ग्रेटर फ़रीदाबाद को मेट्रो रेल से जोड़ना भी महत्वपूर्ण है.
- इन सभी परियोजनाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा करना.
- पलवल मेट्रो रेल का काम शुरू करना एक बड़ी चुनौती है.