फरीदाबाद | हरियाणा में धान उत्पादक किसान (Haryana Kisan) उचित भाव नहीं मिलने से आहत नजर आ रहे हैं. बल्लभगढ़ अनाज मंडी में धान लेकर पहुंचे किसानों ने बताया कि सरकार ने धान एक्सपोर्ट खोला हुआ है. इसके बावजूद, किसानों को कम रेट मिल रहा है. 1121 और 1718 किस्मों को गलत तरीके से बताया जा रहा है, जिससे किसान गुमराह हो रहें हैं.
किसानों को किया जा रहा भ्रमित
बल्लभगढ़ के मंझावली गांव निवासी एक किसान ने बताया कि सरकार द्वारा एक्सपोर्ट खोले जाने के बावजूद धान का भाव 4 हजार से लेकर 4,200 रूपए प्रति क्विंटल तक मिल रहा है. पहले जब एक्सपोर्ट बंद था, तो भाव 5,000 रूपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गया था. 1121 किस्म को 1718 और 1718 किस्म को 1885 बताकर किसानों को भ्रमित किया जा रहा है.
व्यापारी कर रहे गुमराह
एक अन्य किसान ने बताया कि उन्होंने 4,200 रूपए प्रति क्विंटल के भाव पर धान बेचना पड़ा है, जबकि उन्हें 4,500 रूपए तक भाव मिलना चाहिए था. उन्होंने बताया कि व्यापारी 1121 किस्म को 1718 बताकर किसानों को गुमराह कर रहे हैं. इससे उन्हें कम भाव पर धान बेचने पर मजबूर किया जा रहा है. दूसरी किस्म बताकर भाव को 4,500 से घटाकर 4,000 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया जा रहा है.
किसानों ने हरियाणा सरकार से अपील करते हुए कहा है कि धान को अच्छे भाव पर खरीदा जाएं. वहीं, दूसरी किस्म बताकर किसानों को गुमराह करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. इससे किसानों को कम दाम पर धान बेचने को मजबूर किया जा रहा है. साथ ही, उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
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