फरीदाबाद | हरियाणा की मनोहर सरकार विश्व प्रसिद्ध सूरजकुंड मेला परिसर में पहली बार दीवाली मेले का आयोजन करने जा रही है. 3 नवंबर से शुरू होकर इस मेले का आयोजन 10 नवंबर तक रहेगा. हालांकि, मेले का स्वरूप अंतराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले से छोटा रहेगा लेकिन पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए हरियाणा पर्यटन विकास निगम इस मेले को भव्य और आकर्षक बनाने की तैयारियों में जुटा हुआ है.
हरियाणा पर्यटन विभाग के एमडी नीरज कुमार ने बताया कि अरावली पहाड़ियों के मनोरम दृश्यों के बीच लगने वाला सूरजकुंड मेला देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां में प्रसिद्ध है. ऐसे में पर्यटकों की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मेला परिसर में पहली बार दीवाली मेले के आयोजन की सौगात दी है.
मेले में ये होगा खास
- संस्कृति, योग-ध्यान, गीत- संगीत और कला पर आधारित होंगे कार्यक्रम.
- बच्चों के लिए अलग जोन में बच्चे घुड़सवारी व झूलों का लुत्फ उठा सकेंगे.
- सभी प्रवेश द्वार पर दीयों की रोशनी होगी, प्रदूषण मुक्त आतिशबाजी होगी.
- सूरजकुंड मेला स्थल को री- डिजाइन कराया जाएगा, नई चौपाल बनेगी.
बड़ी चौपाल में होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
नीरज कुमार ने बताया कि शुरुआत में पहले साल करीब 300 स्टॉल ही तैयार किए जाएंगे. चूंकि, अंतरराष्ट्रीय मेले का फोकस हैंडीक्राफ्ट होता है इसलिए इस मेले को हैंडीक्राफ्ट की बजाए दीवाली के सामान व त्योहार से जुड़ी खरीददारी पर केंद्रित किया जाएगा.
बच्चों की टिकट फ्री
उन्होंने बताया कि मेले में बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम चलेंगे जिसमें पूरी तरह से भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं की झलक दिखाई देगी. इसके साथ ही दीपोत्सव खास आकर्षण रहने वाला है. दिवाली उत्सव में सबसे खास बात यह है कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों का टिकट नहीं लगेगा. वहीं, पार्किंग फ्री की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा खान-पान के विशेष तौर पर फूड कोर्ट भी सजाएं जाएंगे.
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