फरीदाबाद | हरियाणा के फरीदाबाद स्थित विश्व प्रसिद्ध “सूरजकुंड मेला” परिसर में पहली बार हरियाणा सरकार द्वारा दिवाली मेले का आयोजन किया जाएगा. यह मेला 3 नवंबर से शुरू होकर 10 नवंबर तक चलेगा. मेले के आकार की बात करें तो यह अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले से थोडा छोटा होगा, फिर भी पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए हरियाणा पर्यटन विकास निगम (HTC) ने इस मेले को भी भव्य और आकर्षक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. बता दे दिवाली मेले के लिए परिसर के केवल एक तिहाई क्षेत्र का उपयोग किया जाएगा.
यह होंगी विशेष तैयारियां
जानकारी के मुताबिक, शुरुआत में पहले साल करीब 300 स्टॉल ही तैयार किए जाएंगे. चूंकि, अंतरराष्ट्रीय मेले का फोकस हस्तशिल्प पर है, इसलिए यह मेला हस्तशिल्प के बजाय दिवाली के सामान और त्योहार से जुड़ी चीजों पर केंद्रित होगा. मेले में बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहेंगे जिसमें भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं की पूरी झलक दिखेगी. वहीं, मेले में भोजन के लिए विशेष तौर पर फूड कोर्ट सजाया जा रहा है. यहां दिवाली मेले में आने वाले पर्यटक अच्छे खाने- पीने का आनंद ले सकते हैं.
पर्यटन विभाग ने पुरातत्व विभाग को लिखा पत्र
पर्यटन विभाग के एमडी नीरज कुमार ने कहा कि प्राचीन सूरजकुंड को दीपों से सजाकर दीपोत्सव आयोजित करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से अनुमति लेने के लिए भी पत्र लिखा गया है. उम्मीद है कि यह अनुमति जल्द ही मिल जायेगी. बता दे इस मेले का उद्देश्य त्योहारी सीजन को पर्यटकों के लिए खास बनाना है और इसके लिए हरियाणा पर्यटन विकास निगमतैयारियों में जुटा हुआ है.
अरावली पहाड़ियों की सुरम्य छठा के बीच स्थित सूरजकुंड मेला (Surajkund Mela) परिसर अपने अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले के लिए न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है. इस बार पर्यटकों की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मेला परिसर में पहली बार दिवाली मेले के आयोजन का तोहफा दिया है. ऐसे में हरियाणा पर्यटन विकास निगम ने पहले दिवाली मेले के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं.
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