फरीदाबाद । हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जिला परिवार और कष्ट निवारण समिति की मीटिंग में उपस्थित होने के लिए फरीदाबाद गए. शहर में दुष्यंत चौटाला के होने के कारण सुरक्षा व्यवस्थाएं बहुत ही ज्यादा कड़ी कर दी गई थी. इस दौरान कांग्रेसी नेता व पूर्व पार्षद जगन डागर और कांग्रेस के विधायक नीरज शर्मा को पुलिस द्वारा नजर बंद कर दिया गया.
आपको बता दें कि मंगलवार को नए तीन कृषि कानूनों का विरोध करने वाले कांग्रेसी नेताओं ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को काले झंडे दिखाने की योजना बनाई थी. जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली उन्हें शाम तक घर में कैद कर दिया गया.
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का फाइल फोटो.
कांग्रेसी नेताओं को घर में किया नजरबंद
जिला परिवाद कष्ट निवारण समिति की अध्यक्षता करने एवं उद्योग पतियों के साथ बातचीत करने के लिए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला शहर में थे. खबर मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल सेक्टर 7 में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर के घर पहुंच गई. एनआईटी के कांग्रेसी विधायक नीरज शर्मा भी उपस्थित थे और यहां पर काफी बड़ी संख्या में हाथों में काले झंडे लिए हुए कांग्रेसी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे. इससे पहले कि यह सभी घर से बाहर निकलते वहां तक पुलिस पहुंच गई और सब को घर में बंद कर दिया.
दुष्यंत चौटाला के शहर से बाहर जाने के बाद निकली पुलिस
जब उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला शाम को शहर से बाहर चले गए, उसके पश्चात ही पुलिस वहां से निकली. नीरज शर्मा और पूर्व पार्षद जगन डागर ने इसका पुरजोर विरोध किया परंतु पुलिस ने उनकी एक नहीं मानी. इसी प्रकार दयालपुर गांव के बबलू हुड्डा को भी पुलिस ने घर से बाहर निकलने नहीं दिया था.
किसानों के मुद्दे पर आकर्षित करना चाहते थे ध्यान
जानकारी के अनुसार जगन डागर और कांग्रेसी विधायक नीरज शर्मा के साथ-साथ अनेक काग्रेस कार्यकर्ता दुष्यंत चौटाला को नए कृषि कानूनों के विरोध में काले झंडे दिखाना चाहते थे. कांग्रेस नेता चाहते थे कि काले झंडे दिखाकर डिप्टी सीएम का ध्यान नए कृषि कानूनों की ओर आकर्षित किया जाए.
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