फरीदाबाद | स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए नगर निगम सात हॉटस्पॉट को हरियाली में बदलने जा रहा है. इस कार्य पर निगम करीब 52 लाख रुपये खर्च करेगा. पौधारोपण व तार फेंसिंग के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है. शहर में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है.
26 लाख आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम के प्रयास भी इस समस्या का समाधान नहीं कर रहे हैं. प्रदूषण को कम करने के लिए नगर निगम एंटी स्मॉग गन और टैंकरों की मदद से सड़कों पर पानी का छिड़काव करता है. इसके लिए ग्रेप के नियम भी लागू होते हैं. इसके बावजूद, शहर में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनी हुई है. जिले की 26 लाख आबादी को प्रदूषण के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
करीब 52 लाख रुपये का अनुमान लगाया
नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हाल ही में शहर का सर्वेक्षण किया और प्रदूषित स्थानों की पहचान की. इसमें आठ ऐसे स्थान चिन्हित किए गए, जहां खुले में कूड़ा व गंदगी है. सात जगहों को हरियाली में बदलने के लिए टीमों ने इन जगहों पर जाने की योजना बनाई है. इसके लिए करीब 52 लाख रुपये का अनुमान लगाया गया है. अब इन जगहों की सफाई कर पौधे रोपे जाएंगे.
इससे वायु प्रदूषण कम होगा और शहर सुंदर रहेगा. शहर में प्रदूषण रोकने के लिए केंद्र सरकार भी मदद कर रही है. शहर में हरियाली बढ़ाने और संबंधित सामान उपलब्ध कराने के लिए केंद्र ने विभिन्न मदों में निगम को 45 करोड़ रुपये दिए हैं. इस राशि से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, एंटी स्मॉग गन, प्लांटेशन और ट्रैक्टर-टैंकर खरीदे जा रहे हैं.
प्रदूषण को देखते हुए नगर निगम ने जगह- जगह पौधे रोपे हैं. कुछ जगहों पर बचा हुआ काम पूरा किया जा रहा है. इसमें एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में करीब 52 लाख, बड़खल विधानसभा क्षेत्र में करीब 46 लाख, तिगांव में करीब 48 लाख, ओल्ड फरीदाबाद में करीब 46 लाख और बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में करीब 52 लाख पौधे रोपे जाने हैं.
इसमें फूलदार व झाड़ी वाले पौधे हैं जैसे लाल और पीली कनेर, कैलेंडर हाइब्रिड, जेट्रोफा (लाल रंग), हर सिंगार, हिमेलिया पटेंस, हिबिस्कस बरिजेंटा (चाइना रोज), लैंटाना कैमरा, कुलफा, चांदनी सिंगल और वबोगेनविलिया समेत अन्य पौधे शामिल हैं.
9 जगहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी
नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत शहर में करीब नौ जगहों पर वेरिएबल मैसेज डिस्प्ले (वीएमडी) सिस्टम यानी एलईडी स्क्रीन लगाने की तैयारी है. इस प्रोजेक्ट पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च होंगे. इससे लोगों को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) की अपडेट जानकारी मिलेगी. निगम अधिकारियों के मुताबिक, पोल और सरकारी भवनों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी.
नगर निगम बाटा से हार्डवेयर चौक, गुरुग्राम नहर बल्लभगढ़ चौक, सोहना टी प्वाइंट बल्लभगढ़, अनाज मंडी बल्लभगढ़, सेक्टर-28/29, एनआईटी एक व दो चौराहों, ईएसआई चौक एनआईटी, बड़खल चौक व अजरौंदा चौक तक सिस्टम लगाने की तैयारी कर रहा है.
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