सूरजकुंड मेले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गिफ्ट की साड़ी, ग्यारस जंगला कला को मिली बुलंदी

फरीदाबाद | अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में कई कलाकार अपनी कला को लेकर पहुंचे हैं. मेले में आपको कई विचित्र प्रकार की चीजें भी देखने को मिल जाएगी. विशेषकर विलुप्त हो रही हस्तशिल्प के कामकाज को मेले में फिर से जीवित करने का प्रयास किया जाता है. आज हम आपको एक ऐसे कलाकार के बारे में बताएंगे जो साड़ी विशेष रूप से तैयार करते हैं.

Surajkund Mela

ग्यारस जंगला कला को रखा जिंदा

बनारस से आए नसीम आज भी विलुप्त हो रही ग्यारस जंगला कला को जिंदा रखे हुए हैं. बनारस से सूरजकुंड मेले में आए नसीम अहमद ने बताया कि वह हैंडलूम साड़ियों का कारोबार करते हैं. वह अपनी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं और 20 साल से लगातार सूरजकुंड मेले में आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब वह बहुत छोटे थे तो अपने पिता के साथ सूरजकुंड मेले में आते थे.

यह भी पढ़े -  फरीदाबाद- बल्लभगढ़ में इन जगहों पर बन रहे एलिवेटेड पुल, लोगों को ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा

सूरजकुंड विभाग के अधिकारियों ने उनसे कहा कि अगर उन्हें साड़ी का लाइव डेमो चाहिए तो उन्हें यहां साड़ियां तैयार करनी होंगी. उन्होंने कहा कि इसे इसलिए लगाया गया है ताकि युवा जान सकें कि ये साड़ियां कैसे बनती हैं और इन साड़ियों पर कैसे काम किया जाता है.

15 से 35 हजार रूपये तक की साड़ी उपलब्ध

नसीम ने बताया कि उनके पास 15 हजार रुपये से लेकर 35 हजार रुपये तक की साड़ियां उपलब्ध हैं. नसीम से पहले उनके पिता हनीसुर रहमान और दादा हाफ़िज़ ज़ुल्लाह यह काम करते थे. उन्होंने कहा कि उनके पिता को 1994 में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था और उन्हें भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. वह वर्ष 2017 से हस्तशिल्प के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और ब्रोकेट, कडुवा बूटी, तन्चुई, वाल कलाम जैसे पारंपरिक पैटर्न पर आधारित साड़ी, दुपट्टे बना रहे हैं. इसके निर्माण में रेशम के अलावा चांदी का उपयोग किया जाता है.

यह भी पढ़े -  फरीदाबाद- बल्लभगढ़ में इन जगहों पर बन रहे एलिवेटेड पुल, लोगों को ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गिफ्ट की साड़ी

नसीम ने बताया कि वह जंगला साड़ी लेकर सूरजकुंड पहुंचे हैं, जिसकी कीमत उन्होंने 75 हजार रुपये रखी है. यह साड़ी इतनी महंगी इसलिए है क्योंकि इस साड़ी को बनाने में 18 से 20 दिन का समय लगता है. उन्होंने यह साड़ी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गिफ्ट की थी और यह साड़ी मेला परिसर में ही तैयार की गई थी.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit