फरीदाबाद | UPSC में सफलता प्राप्त करनी है तो उसके लिए जज्बा होना जरूरी है. ऐसा ही कुछ सृष्टि मिश्रा ने कर दिखाया है. हरियाणा के जिला फरीदाबाद सेक्टर- 88 के अमोलिक सोसाइटी में रहने वाली सृष्टि मिश्रा ने यूपीएससी में 95वीं रैंक पर अपने परिवार का नाम रोशन किया है. इन दिनों परिवार में खुशी का माहौल है. आईए जानते हैं सृष्टि के संघर्ष की कहानी….
विदेश से की पढ़ाई
सृष्टि अपनी मौसी के पास रहकर ही तैयारी कर रही थी. सृष्टि की उम्र महज 22 साल है और उन्होंने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की है. सृष्टि मिश्रा ने कहा कि उनकी ज्यादातर पढ़ाई देश के बाहर हुई है. जब उन्होंने देश में प्रवेश किया तो 2022 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में भाग लिया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद, वह फिर से लगातार यूपीएससी की तैयारी में लगी रही. उन्हें इस बार यूपीएससी की परीक्षा में सफलता मिली है.
सृष्टि को बेटी की तरह पाला: मौसी
सृष्टि की मौसी मोनिका ने बात करते हुए कहा कि उन्होंने सृष्टि को कभी अपनी बहन की बेटी नहीं, बल्कि अपनी खुद की बेटी की तलाश में उनका सहयोग किया है. उसे पढ़ाई में दिक्कत ना हो इसके लिए मूल सोसायटी में अपने फ्लैट से अलग एक और फ्लैट ले लिया था, जिसमें सृष्टि अकेले यूपीएससी की पढ़ाई करती थी. सफलता के बाद परिवार में खुशी का माहौल है. सफलता के बाद मोनिका का कहना है कि परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं है.
सृष्टि ने मौसी का किया धन्यवाद
सृष्टि मिश्रा ने बताया कि सफलता के लिए वह अपने पूरे परिवार को धन्यवाद देती हैं. खासतौर पर वह अपनी मौसी का शुक्रिया अदा करती हैं. सृष्टि मिश्रा ने बताया कि उनकी मौसी का इस सफलता में पूरा योगदान है. मौसी के पास रहकर ही सृष्टि ने अपनी यूपीएससी की परीक्षा दी थी. इसके लिए वह पूरे परिवार और मौसी की सफलता के पात्र हैं.
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