फरीदाबाद | भवन निर्माण की लागत से लेकर उसका हर महीने आने वाला बिजली बिल लोगों के बजट को सीधा प्रभावित करता है लेकिन इसको कम करने के लिए बेंगलुरु के तकनीकी शिक्षण संस्थान ने स्मार्ट विंडो की तकनीक ईजाद की है, जिससे बिजली बिल 80% और निर्माण बजट 20% तक कम करने का दावा किया गया है.
कमरे के तापमान को संतुलित रखेगी स्मार्ट विंडो
फरीदाबाद में चल रहे अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में जीएनसीएसीआर की यह तकनीक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. शिक्षण संस्थान के प्रोफेसर जीयू कुलकर्णी ने बताया कि स्मार्ट विंडो एक ग्लास (शीशा) से तैयार की गई है. इसे दो परतों में बनाया गया है. इसके बीच तरल पदार्थ (केमिकल) भरा गया है, जो कमरे में आने वाली रोशनी को नियंत्रित करेगा. इसका कंट्रोल सिस्टम कमरे में लगाया जाएगा. जिसके आधार पर तापमान को नियंत्रित किया जा सकेगा.
उन्होंने आगे बताया कि खास बात यह है कि यह तरल पदार्थ पर्दे का भी काम करेगा यानि कंट्रोल सिस्टम से ग्लास के तरल पदार्थ को एकत्रित करके विंडो ग्लास को ट्रांसपेरेंट किया जा सकेगा. इससे कमरे में भरपूर रोशनी आएगी.
कुलकर्णी का कहना है कि स्मार्ट विंडो लगाने के बाद उपभोगता को लकड़ी- लोहे की ग्रिल वाली खिड़की लगाने की जरूरत नही होगी. स्मार्ट विंडो का ग्लास टफन होगा, जिससे उसकी मजबूती बनी रहेगी. वही, परंपरागत खिड़की की जगह पर स्मार्ट विंडो लगाने का खर्च काफी कम आएगा.
80% तक कम होगा बिजली बिल
बेंगलुरु के तकनीकी शिक्षण संस्थान ने दावा किया है कि स्मार्ट विंडो से बिजली का बिल भी 80% तक कम हो जाएगा क्योंकि बल्ब, एसी आदि लगाने की जरूरत ही नहीं होगी. संस्थान के एक प्रोफ़ेसर ने बताया कि गर्मियों में सूर्य की किरणें सीधी आने से कमरे का तापमान बढ़ जाता है और इसे अपने अनुकूल करने के लिए हम एसी और पंखे का सहारा लेते हैं. ऐसे में बिजली बिल बहुत ज्यादा हो जाता है लेकिन स्मार्ट विंडो इन सारी प्रॉब्लम को दूर कर देगी.
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