हरियाणा: सब्जी की खेती में हो गए वारे- न्यारे, इस विधि से कर रहे बम्पर उत्पादन; सालाना हो रही तगड़ी कमाई

फरीदाबाद | हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में पिछले 4 सालों से भिंडी की खेती कर रहे राजकुमार सालभर में ₹200000 आसानी से कमा लेते हैं. पट्टे पर ले रखे खेत में वह खुद खेती करते हैं. वह बताते हैं कि भिंडी के अलावा वह तोरई, घिया मिर्च व अन्य सब्जियों की खेती करते हैं. यदि फरवरी में भिंडी की खेती की जाए, तो आराम से साल में एक से दो लाख रुपए बचाए जा सकते हैं.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में पटाखे जलाने की समय- सीमा निर्धारित, सिर्फ इतने टाइम कर पाएंगे आतिशबाजी

IMG 20240817 WA0053

अपनाते हैं ये प्रक्रिया

जब फसल की बुवाई की जाती है तो उसे समय गुल बनाने पर 50 किलो डीएपी मिलाई जाती है. उसके बाद बीज चुबोया जाता है. फिर नलाब शुरू हो जाता है. उसके बाद दूसरे नलाब पर फिर डीएपी बिखरकर मिट्टी की तह लगाई जाती है. इसके बाद 50 किलो बीज मिलती है. जिस पर दवाइयां का प्रयोग चलता रहता है. पिछले 23 सालों से राजकुमार भिंडी की खेती कर रहे हैं. पिछले 5 सालों से तो वह बल्लभगढ़ में रहकर ही भिंडी की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा, वह तोरई की खेती भी करते हैं. उसके लिए भी यही प्रक्रिया अपना रहे हैं.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में पटाखे जलाने की समय- सीमा निर्धारित, सिर्फ इतने टाइम कर पाएंगे आतिशबाजी

भिंडी में कीड़े लग जाने पर अपनाते हैं ये तरीका

भिंडी में कीड़े लग जाने पर वह इसके लिए दवाई 505 को इस्तेमाल करते हैं. कालिया और पाउडर का इस्तेमाल भी करते हैं. साल में दो बार भिंडी की बुवाई की जाती है. ग्रीष्मकालीन भिंडी की बुवाई फरवरी- मार्च तथा वर्षा कालीन भिंडी की बुवाई जून- जुलाई में की जाती है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में पटाखे जलाने की समय- सीमा निर्धारित, सिर्फ इतने टाइम कर पाएंगे आतिशबाजी

राजकुमार बताते हैं कि उनके साथ इस काम में पूरा परिवार सहयोग करता है. उनके परिवार में 8 लोग हैं. एक लड़का उनके साथ खेतों में तथा दूसरा लड़का ड्राइवरी का काम करता है. पूरा परिवार इसी भिंडी की खेती से ही अपना गुजारा चलता है. वह साल भर में ₹200000 इस फसल से कमा लेते हैं.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit