10×8 फुट के कच्चे कमरें में जिंदगी जीने को मजबूर हैं ये परिवार, सरकार की बुनियादी सुविधाएं कोसों दूर

फतेहाबाद । गरीब परिवारों के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित होने का दावा करने वाली हरियाणा की मनोहर सरकार की सच्चाई का एक मामला आया है. यहां फतेहाबाद जिलें के गांव ब्राहमणवाला में एक परिवार सरकार की उपेक्षा के चलते गरीबी और लाचारी भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं. गरीबी का आलम यह है कि घर में मौजूद 6 सदस्य 10×8 के कच्चे कमरें में अपनी जिंदगी बसर कर रहे हैं.

NEWS 19

एकमात्र कमरें की इस छत पर छप्पर लगाकर मिट्टी डाली हुई है. कमरें के अंदर ही चूल्हा बना हुआ है और कमरें में दरवाजा तक नहीं है. इस परिवार को राशनकार्ड पर कोई सुविधा नहीं मिल रही है. घर में पीने के पानी का कनेक्शन तक नहीं है और पात्र होने के बावजूद अभी तक इस परिवार का बीपीएल कार्ड नहीं बना है.

यह भी पढ़े -  Haryana Roadways Jobs: हरियाणा रोडवेज फतेहाबाद में आई अप्रेंटिस पदों पर भर्ती, 10वीं पास करें आवेदन

परिवार का मुखिया सतपाल दिव्यांग हैं. सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर सतपाल प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाते-लगाते थक गया है. बार-बार अधिकारियों से मुलाकात करने के बाबजूद भी इस परिवार की सरकार व प्रशासन की तरफ से सुध लेने कोई नहीं पहुंचा है.

सतपाल ने बताया कि करीब दो साल पहले मकान ढह गया था तो आर्थिक तंगी के चलते उसे कच्चा कमरा तैयार करना पड़ा. इसी कमरे में खाना बनाने के लिए चूल्हा लगा हुआ है और अक्सर इस दौरान डर बना रहता है कि कही आग न लग जाए. सतपाल ने बताया कि पात्र होने के बावजूद अभी तक बीपीएल कार्ड नहीं बनाया गया है. पीने का पानी ट्यूबवेल से लाना पड़ता है.

यह भी पढ़े -  Haryana Roadways Jobs: हरियाणा रोडवेज फतेहाबाद में आई अप्रेंटिस पदों पर भर्ती, 10वीं पास करें आवेदन

उसने बताया कि उसके बेटे का आयुष्मान योजना में नाम है, लेकिन जब उसके बेटे को अपेंडिक्स की बीमारी हुई तो इस कार्ड को नहीं माना गया और उसने अपने जानकारों से 60 हजार रुपए उधार लेकर बेटे का इलाज करवाया. उसने मांग की है कि सरकार उसका कच्चा मकान पक्का करवाने में मदद करे और बीपीएल कार्ड बनाकर जो सुविधाएं बीपीएल परिवारों को दी गई है ,उनको भी मिलना शुरू हो.

यह भी पढ़े -  Haryana Roadways Jobs: हरियाणा रोडवेज फतेहाबाद में आई अप्रेंटिस पदों पर भर्ती, 10वीं पास करें आवेदन

सतपाल ने कहा कि उन्हें लगता है कि वो आज भी स्वतंत्र भारत में गुलामी भरी जिंदगी जी रहा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा गरीबों की भलाई करने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हुई है लेकिन उनके मामले में यह बात सच्चाई से कोसों दूर है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit