फतेहाबाद | सरकार व प्रशासन की तमाम कोशिशों व सख्ती के बावजूद पराली जलाने की घटनाएं थमने का नाम नही ले रही है. हरसेक सैटेलाइट द्वारा जिलें में 1276 स्थानों पर पराली जलाने की सूचना जिला प्रशासन को दी गई है. हालांकि इस वर्ष यें आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम दर्ज किया गया है. कृषि विभाग द्वारा इस साल पराली जलाने वाले 456 किसानों पर करीब 11 लाख 70 हजार रुपए का जुर्माना ठोका गया है.
डीडीए राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक हरसेक सैटेलाइट के जरिए जिलें में 1276 जगहों पर पराली जलाने की घटना ट्रेस की गई है जबकि 2020 में 1760 जगहों पर फायर लोकेशन सामने आई थी. उन्होंने कहा कि किसानों को लगातार पराली प्रबंधन करने व पराली न जलाने को लेकर जागरुक किया जा रहा है. किसानों को पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुक़सान के बारे में जानकारी दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि किसान पराली न जलाएं, इसके लिए सभी खंड व गांव स्तर पर स्कूली विद्यार्थियों को साथ लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. यह कार्यक्रम जिले में 62 जगहों पर आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पराली न जलाने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का भी काम कर रही है. किसानों को जागरूकता दिखाते हुए सरकार का सहयोग करना चाहिए और पराली न जलाने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए.
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