नई दिल्ली । 4 मई को एलआईसी भारत का सबसे बड़ा आईपीओ लाने जा रही है. सरकार को उम्मीद है कि इस आईपीओ से 21,000 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं. बता दें कि, सरकार की एलआईसी में 3.5% की हिस्सेदारी होगी. यह तो रही सरकार की बात अब बात करते हैं आपकी, तो अगर आप भी एलआईसी के आईपीओ में पैसा लगाने जा रहे हैं तो आपको कुछ खास जानकारी का ध्यान रखना होगा. ताकि आपको कोई नुकसान ना हो. तो चलिए जानते हैं कि क्या है वह 10 जरुरी बातें जिसका आपको खास ध्यान रखना है.
पता होनी चाहिए आईपीओ की तारीख
अगर आप आईपीओ में बोली लगाने जा रहे हैं तो आपका यह जानना बहुत जरुरी है एलआईसी की आईपीओ कब खुलेगी और कब बंद होगी? आपको बता दें कि एलआईसी का आईपीओ 4 मई को खुलेगा और 9 मई को यह बंद हो जाएगा. और इसके शेयर 17 मई को बाजार में सूचीबद्ध किए जाएंगे.
क्या है आईपीओ का मकसद?
सबसे पहले तो यह जानना जरुरी है कि आईपीओ लाने का मकसद क्या है? आपको बता दें कि सरकार इस आईपीओ के जरिए शेयर बाजार का लाभ उठाना चाह रही है. इसी के साथ वह शेयरधारकों के 221,374,920 शेयर ऑफर-फोर-सेल के तहत जारी करना चाहती है.
कंपनी के बारे में हो जानकारी
यह तो सभी जानते हैं कि एलआईली भारत की सबसे बड़ी बीमा प्रदाता कंपनी है. बाजार में इसकी 61 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं इसके नेट वर्थ की बात करें तो यह दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी बीमा कंपनी है. एलआईसी के पास 13.5 लाख एजेंट है और यह 40 लाख करोड़ के एसेट को मैनेज करती है.
क्या है इसका प्राइस बैंड?
आईपीओ में बोली लगाने से पहले यह जान लें की आईपीओ का प्राइस बैंड 902-949 रुपये रखा गया है. वहीं, इसके शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये रखी गई है. वहीं, डिस्काउंट की बात करें तो एलआईसी अपने पॉलिसीधारकों 60 रुपये और कर्मचारियों को 45 रुपये का डिस्काउंट देगी.
15 शेयरों के लिए लगानी होगी बोली
बोलीदाता को आईपीओ में कम से कम 15 शेयरों यानी की 1 लॉट में बोली लगानी होगी.
जानिए क्या है ऑफर?
सरकार की इसके जरिए 21,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. यह पूरा आईपीओ ऑफर-फोर-सेल होगा. आईपीओ के कुल साइज का 50 फीसदी हिस्सा संस्थागत निवेशकों के लिए, 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए और बाकी 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया जाएगा.
वित्तीय जानकारी का रखें ध्यान
वित्त वर्ष 21 के अंत में एलआईसी के पास 37,46,404 करोड़ का एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) था, जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष से 10 फीसदी अधिक था. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 2710 करोड़ रुपये से बढ़कर 2974 करोड़ रुपये हो गया. दिसंबर 2021 तक एलआईसी के पास 40.90 लाख करोड़ रुपये का एयूएम था.
कंपनी की ताकत और व्यापार नीति की रखें जानकारी
बोली लगाने से पहले आपको कंपनी की ताकत और व्यापार निती के बारे में जानकारी होनी चाहिए. कंपनी की ताकत के बारे में बात करें तो यह भारत जैसे देश में सबसे बड़ी बीमा दाता है. भारत में बीमा अभी बहुत कम पेनिट्रेट कर पाया है और इसकी संभावनाएं अथाह है. पूरे भारत में इसकी मजबूत उपस्थिति है. तो एक तरह से यह एक भरोसमंद ब्रैंड है.
कपंनी के बारे में कुछ बातों का रखें खास ध्यान
बोली लगाने से पहले कंपनी से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि –
- कंपनी लगातार निजी प्रतिद्वंदियों से मुकाबले में अपना बाजार आधार खोती जा रही है. हालांकि अभी इसके पास 60 फीसदी से अधिक मार्केट शेयर है लेकिन वित्त वर्ष 16-21 के बीच ये 9 फीसदी सीएजीआर दर से बढ़ी है जबकि निजी कंपनियों में 18 फीसदी की दर से वृद्धि हुई है.
- एलआईसी डिजिटल पहुंच भी बहुत मजबूत नहीं है.
- एलआईसी 6,028 के मार्केट-टू-मार्केट घाटे में है.
जीएमपी, अलॉटमेंट और लिस्टिंग की भी रखें जानकारी
कंपनी का ग्रे मार्केट प्राइस 85 रुपये प्रति शेयर चल रहा है. जो इसके प्राइस बैंड से 10 फीसदी अधिक है. शेयर 12 मई को अलॉट होंगे और 17 मई को एलआईसी बाजार में सूचीबद्ध हो जाएगी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!