नई दिल्ली | सीनियर सिटीजन के लिए बैंक कई प्लांस और स्कीम लाती है. ऐसे में FD की उच्चतम ब्याज दरों में बैंक काफी फायदा दे रहा है. आपको बता दें कि 8 जून को RBI की मौद्रिक नीति की बैठक में रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. जिससे 36 दिनों में ये 0.9 प्रतिशत हो गई है. तो इस लिहाज से ये समय फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का सबसे उत्तम समय होगा उनके लिए जिन्होंने पिछले छः वर्षों में एफडी की ब्याज दरों में 40% तक की गिरावट देखने को मिली थी.
दो साल के वरिष्ठ नागरिक की फिक्स्ड डिपॉजिट
जानकारी के अनुसार देश के शीर्ष बैंक दो साल के कार्यकाल के लिए वरिष्ठ नागरिक को फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए उच्चतम इंटरेस्ट देने का प्रपोजल पेश किया है. आपको बता दें की बंधन बैंक,DCB बैंक, इंडिसंड बैंक और RBL बैंक अपने वरिष्ठ नागरिकों को 7% की ब्याज दरें प्रदान करता है. ये ब्याज दरें तिमाही चक्रवृद्धि हैं, जो 10000 रूपये से बढ़कर अब 11488.82 रूपये हो जायेगी. IDFC फर्स्ट बैंक का इंटरेस्ट रेट 6.4% है तो दो साल की अवधि में 10000 रुपए बढ़कर 11376.39 रूपये हो जायेंगें.
क्या लॉन्ग टर्म एफडी में इन्वेस्ट करना चाहिए
इंटरेस्ट रेट के बढ़ जाने से इन्वेस्ट करने वाले उपभोक्ता काफी खुश हैं. लेकिन ये खुशी अपने साथ कई सवाल भी खड़े करते हुए नजर आता है. अब जैसे कुछ उपभोक्ता ज्यादा इंटरेस्ट रेट पाने के लालच में अभी इन्वेस्ट शायद न करें लेकिन बाद में अगर ये रेट फिर से कम हुए तो आप मौजूदा बढ़ी हुई ब्याज दरों से वंचित हो सकते हैं. यदि आप कुछ दरों में वृद्धि के बाद लंबी समय के लिए FD में निवेश करते हैं तो भविष्य में इन दरों में वृद्धि होने से आपका नुकसान हो सकता है.
एफडी बुक कराने का सबसे उत्तम समय
यदि आप लॉन्ग टर्म के लिए FD बुक कराना चाहते हैं तो ये काफी अच्छा समय साबित हो सकता है. अर्थशास्त्री गुरुओं की मानें तो बढ़ती दरों में अल्पकालिक FD में इन्वेस्ट करना बेहतर होगा ताकि आप निवेश टर्म में ही इसका फायदा उठा सकें. तो इस हिसाब से 6 महीने से लेकर एक साल तक की अवधि वाले प्लान में ही FD को बुक कराना चाहिए और जब ये मेच्योर हो तो आप लंबे समय के लिए इसे दुबारा बुक करा सकते हैं जिसपर आपको रिन्यूअल की बेहतर दर मिल सकती है.
एफडी को मौजूदा स्थिति में कैसे बदलें
एफडी में निवेश करना एक बेहतर विकल्प होता है क्योंकि जिंदगी के उतार चढ़ाव में यही जमा राशि हमारे मुश्किल वक्त में हमारा साथ देते हैं. इसमें एक निश्चित समय की अवधि पूरी होने के बाद कई भागों में इसे विभाजित किया जाता है और ब्याज दरों में बढ़ोतरी और गिरावट को देखते हुए औसत रिटर्न वैल्यू देता है. आपको प्रत्येक भाग को बुक करने की अनुमति भी दी जाती है.
अगर आपके पास 12 लाख रूपये हैं, तो आप चाहें तो 4 लाख की एफडी छः महीनों के लिए फिर 3 लाख की एफडी नौ महीने के लिए आदि अलग जमा राशि की एफडी अपने निर्धारित समय के हिसाब से इन्वेस्ट कर सकते हैं. जब आपकी पहली एफडी मेच्योर होगी तो उसे आप 2 साल तक के लिए बढ़ा सकते हैं इसी तरह दूसरी एफडी के मेच्योर होने पर उसे आप 2 साल 3 महीने तक के लिए बढ़ा सकते हैं. इन एफडी के मेच्योर होने के बाद आप इनकी अवधी को बढ़ाकर 3 साल और दो एफडी के बीच के अंतर का समय 9 महीने कर दें.
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