नई दिल्ली | देश में लगातार आसमान छूती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार खासी गंभीर नजर आ रही है. बढ़ती मंहगाई पर चिंता जाहिर करते हुए केन्द्रीय फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कहा है कि महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने खास प्लान तैयार किया है. उन्होंने कहा कि एक- एक प्रोडक्ट की कीमतों की निगरानी और महंगाई पर रोक लगाने के लिए उचित और सटीक उपायों की जरूरत है.
आरबीआई और सरकार को दिखानी होगी सतर्कता
केन्द्रीय फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कहा कि रिजर्व बैंक आफ इंडिया (RBI) का अनुमान है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही की शुरुआत तक केन्द्रीय बैंक और सरकार दोनों को ही सतर्कता बरतनी होगी. यानि सरकार का कहना है कि अक्टूबर तक मुद्रास्फीति को लेकर सजग रहना होगा क्योंकि लगातार महंगाई बढ़ रही है.
जून के आंकड़े चिंताजनक
बता दें कि जुन महीने के खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों ने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इन आंकड़ों के अनुसार, जुन महीने में खुदरा मुद्रास्फीति मामूली रूप से गिरकर 7.01 प्रतिशत रही है. यह लगातार छठा महीना है जब खुदरा मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के अनुमानित स्तर से ऊपर बनी हुई है. इससे पहले रिजर्व बैंक आफ इंडिया भी इसे लेकर चिंता जाहिर कर चुका है. केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति को चार फीसदी (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) पर रखने की जिम्मेदारी दी गई है.
एक- एक प्रोडक्ट की कीमतों पर सरकार की नजर
निर्मला सीतारमण ने कहा है कि आने वाले समय में एक- एक प्रोडक्ट की कीमतों का रुख कैसा रहता है, इसको लेकर विशेष सतर्कता बरतनी होगी. इतना ही नहीं फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा है, इधर-ऊधर होने वाले एक-एक प्रोडक्ट की कीमतों पर नजर रखूंगी. उन्होंने कहा कि इस साल अनुकूल मानसून रहने से बेहतर उत्पादन की उम्मीद जताई जा सकती हैं और ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली मांग भी बढ़ेगी.
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