गैजेट डेस्क | गर्मियों के सीजन की शुरुआत हो चुकी है. अब इतनी भयंकर गर्मी पड़ती है कि बिना AC के गुजारा कर पाना काफी मुश्किल लगता है. यदि आप भी गर्मियों में नया AC खरीदने की सोच रहे हैं तो आज की यह खबर आपके लिए काफी अहम होने वाली है. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आपको इनवर्टर और Non- Inverter में से कौन सा AC खरीदना चाहिए. मार्केट में इनवर्टर और नॉन इनवर्टर दोनों तरह के एसी मौजूद है. इसीलिए जरूरी है कि आपको इन दोनों AC के बीच का डिफरेंस पता हो.
इनवर्टर एसी क्या है?
इनवर्टर एसी में इनवर्टर टेक्नोलॉजी दी जाती है जो इलेक्ट्रिक वोल्टेज, करंट और फ्रिकवेंसी को कंट्रोल करने का काम करती है. इसके अलावा, नॉन इनवर्टर Ac में कंप्रेशर चालू या बंद होता है जिसकी वजह से लगातार तापमान में उतार- चढ़ाव बना रहता है. इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर कूलिंग के आधार पर तापमान नियंत्रित करने की अनुमति देता है.
नॉन इन्वर्टर एसी क्या है?
नॉन इनवर्टर एसी में टेंपरेचर को अर्जेस्ट्रा कंट्रोल करने के लिए कंप्रेसर को ऑन या बंद करने का विकल्प मौजूद होता है. इसकी वजह से तापमान में भी लगातार उतार- चढ़ाव देखने को मिलता है. इनवर्टर एसी की तुलना में नॉन इनवर्टर एसी ज्यादा बिजली कंज्यूम करता है.
देखिए इनवर्टर और नॉन इनवर्टर एसी में अंतर
1.5 टन का इनवर्टर एसी 0.3 टन से 1.5 टन के बीच काम करता है. वही, नॉन इनवर्टर एसी हमेशा ही 1.5 टन पर काम करता है. इन्वर्टर एसी में टेंपरेचर में उतार- चढ़ाव नहीं होता, इसमें आप टेंपरेचर को स्टेबल रख सकते है. वहीं, नॉन इनवर्टर एसी में तापमान को एक या 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ाया या घटाया जा सकता है.
इनवर्टर एसी महंगे होते हैं परंतु यह ज्यादा एनर्जी एफिशिएंट भी होते हैं. AC का इस्तेमाल करने से आप अपने बिजली का बिल बचा सकते हैं. वहीं, नॉन इन्वर्टर AC की कीमत कम होती है परंतु यह ज्यादा बिजली खपत करते हैं, जिस वजह से आपका बिजली बिल बढ़ जाता है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!