टेक डेस्क । किसान आंदोलन ने सरकार के साथ- साथ, Jio टेलिकॉम कंपनी के लिए भी मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है.किसान आंंदोलन से खासकर पंजाब और हरियाणा में Jio टेलिकॉम के खिलाफ बने माहौल से उसके सब्सक्राइब कस्टमर में बहुत कमी देखने को मिली है. कई जगहों पर Jio टावरों को नुक्सान पहुंचाने से काल ड्रोप की समस्या व नेटवर्क कम होने की वजह से लोगों ने अपने Jio नम्बर को एयरटेल में पोर्ट करवा लिया है. पिछले पांच महीनों से एयरटेल के नए ग्राहकों में खासी अच्छी बढ़ोतरी हुई है जो जियो टेलिकॉम कंपनी के लिए एक चिंताजनक खबर है.
दिसंबर 2020 में Airtel से 55 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़े हैं, जो कि पिछले 14 माह में सबसे ज्यादा है. वही Reliance jio से 32 लाख नये ग्राहक जुड़े हैं. ऐसे में Jio और Airtel के बीच सब्सक्राइबर्स संख्या का आंकड़ा कम होता जा रहा है. जुलाई से दिसंबर 2020 के दौरान Airtel ने 22 मिलियन से ज्यादा शेयर को जोड़ा है. जबकि इसी दौरान Jio को 11 मिलियन से संतोष करना पड़ा है. सितंबर से अब तक Airtel के शेयर में 40 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की जा रही है.
साथ ही कंपनी के सब्सक्राइब्स संख्या में हर माह इजाफा हो रहा है. एक्टिव सब्सक्राइब्स की संख्या में भी Airtle 33.7 फीसदी के साथ टॉप पर है. वही Jio 33.6 फीसदी के साथ दूसरे पायदान पर है. वहीं 26.3 फीसदी के साथ Vodafone-Idea का नंबर आता है. दिसंबर 2020 में Airtel का यूजरबेस करीब 33.87 करोड़ हो गया. वहीं Jio का यूजर बेस 40.87 करोड़ है. लेकिन अभी भी दोनों के बीच टॉप कंपनी बनने के लिए करीब 7 करोड़ ग्राहकों का अंतर है.
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