हरियाणा में बिजली विभाग अब पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बना रहा है. हालांकि एनसीआर व करनाल समेत अभी तक 80हजार स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं तथा 2024 तक प्रदेश सरकार 30 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बना रही है.
क्या हैं ये स्मार्ट मीटर
इन मीटरों को उपभोक्ता मोबाइल की तरह अपनी खपत के अनुसार स्वयं रिचार्ज कर सकेंगे व साथ ही इनसे उपभोक्ता अपनी दैनिक बिजली की खपत का पता लगा पाएंगे जोकि इसकी डिस्प्ले पर रिकॉर्ड होगी. इससे उपभोक्ता अपने मासिक उपभोग की प्लानिंग भी कर सकेगा. साथ ही इन मीटरों के साथ छेड़छाड़ भी नहीं हो सकेगी तथा प्रत्येक मीटर का कंट्रोल बिजली विभाग के पास रहेगा. हर रोज खराबी, ज्यादा यूनिट निकलने की समस्या से भी निजात मिलेगा.
कैसे होगा योजना क्रियान्वयन
विभाग के मुताबिक पहले चरण में 10 लाख जबकि दूसरे चरण में 20 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का प्लान है. जिसमें लगभग 1600 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. जिसमे केंद्र सरकार व राज्य सरकार 50-50 भागीदरी करेंगी. यह जानकारी बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने दी.
क्या होगा फायदा
फ़िलहाल जहां बिजली बिलों को देखने के बाद लोगों के होश उड़ जाते हैं. परन्तु चाहते हुए भी कहीं उनकी सुनवाई नहीं हो पाती. अगर शिकायत होती भी है तो समाधान नही निकलता. विशेषकर वर्तमान कोरोना संक्रमण काल में जहां एवरेज रीडिंग से लोगों को खपत के अनुसार अप्रत्याशित बिल देखने को मिल रहे हैं ऐसे में आमजनमानस को बहुत अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार ने दावा किया है कि बिजली बिलों पर कोई अतिरिक्त सरचार्ज नहीं लगेगा तथा जिनके बिल खपत से अधिक है उन्हें राहत दी जायेगी. दरअसल स्मार्ट मीटर लगने से इन सब झंझटों से मुक्ति मिलेगी. जिससे खपत के अनुसार हम स्वयं अपना मीटर रिचार्ज कर सकेंगे.
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