गुरुग्राम | हरियाणा के जिला गुरुग्राम और दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच कनेक्टिविटी को और बढ़ावा देने और भविष्य में बढ़ते यातायात को संभालने के लिए तैयारियां की जा रही हैं. कनेक्टिविटी बढ़ाने और बेहतर ऑन- ग्राउंड समाधान प्रदान करने के लिए सड़क और रेल दोनों नेटवर्क विकसित करने की संभावना को अध्ययन में शामिल किया जा सकता है. दरअसल, GMR और गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) द्वारा महत्वपूर्ण उपाय किए जाएंगे.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कही ये बात
जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए. श्रीनिवास ने कहा कि राजमार्ग पर यातायात की स्थिति को कम करने और हवाई अड्डे तक बेहतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए दीर्घकालिक बुनियादी ढांचे के विकास की योजना बनाई जानी चाहिए. गुरुग्राम और दिल्ली हवाई अड्डे के बीच निर्बाध पहुंच शहर के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
एक कंपनी को किया गया नियुक्त
इसके लिए कंसल्टेंसी फर्म निप्पॉन कोई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को नियुक्त किया गया है जो गुरुग्राम और दिल्ली हवाई अड्डे के बीच कनेक्टिविटी विकसित करेगा, वर्तमान यातायात स्थिति और भविष्य के यातायात उत्पादन का आकलन करने के लिए आवश्यक अध्ययन करेगा. बैठक में मौजूद निप्पॉन कोइ के अधिकारियों ने कहा कि चरणबद्ध सुझाव अगले तीन महीनों के भीतर तैयार किए जाएंगे.
भीड़ होगी कम
जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने आगे कहा कि गुरुग्राम और हवाई अड्डे के बीच बाहरी कनेक्टिविटी में सुधार से गुरुग्राम की आंतरिक मास्टर सड़कों और क्षेत्रों में यातायात योजना में सुधार होगा. इसके अतिरिक्त, गुरुग्राम से हवाई अड्डे तक निर्बाध पहुंच प्रदान करने से दिल्ली की दैनिक यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यातायात की भीड़ भी कम हो जाएगी.
ये है अध्ययन का मुख्य उद्देश्य
इस अध्ययन का प्रमुख उद्देश्य यात्रा मांग का विश्लेषण करना, क्षेत्र- वार यातायात प्रवाह और आंदोलन पैटर्न का अनुमान लगाना, वर्तमान परिवहन नेटवर्क को ट्रैक करना, सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं, वाहन पार्किंग मांग आदि को ध्यान में रखना है.
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