गुरुग्राम | हरियाणा के गुरूग्राम में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. दो दिन में 20 नए मरीज मिले हैं. इस हफ्ते छह दिन में 42 मरीज मिले हैं. चार महीने बाद संक्रमण दर 0.61 दर्ज की गई. जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 28 पहुंच गई है. सभी मरीज होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं.
18 दिन में 61646 लोगों की कोरोना जांच
18 दिन में 61,646 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है. इसमें 82 नए कोरोना मरीज मिले हैं जबकि 64 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग ने मार्च 2020 से अब तक 38,10,473 लोगों का कोरोना टेस्ट कराया है. जिसमें 3,01,377 मरीज मिले हैं और 3,00,318 मरीज स्वस्थ हुए हैं. 1031 मरीजों की मौत हो चुकी है.
जनवरी में स्वास्थ्य विभाग ने 52,883 लोगों का कोरोना टेस्ट कराया है और इसमें 47 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. 55 मरीज ठीक हो चुके हैं. फरवरी में स्वास्थ्य विभाग ने 38557 लोगों की कोरोना संक्रमण की जांच की है. इसमें 46 नए मरीज मिले हैं और 45 स्वस्थ हो गए हैं. 1 जनवरी से 18 मार्च 2023 तक 1,53,086 लोगों की जांच की गई, इसमें 175 मरीज मिले.
इन्फ्लूएंजा वायरस से पीड़ित की संख्या हुई तीन
गुरुग्राम में इन्फ्लूएंजा वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. दो दिन में तीन मरीज मिले हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है. गुरुग्राम में दो मरीज एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस से पीड़ित पाए गए हैं. एक मरीज इन्फ्लुएंजा- बी से पीड़ित है. तीनों मरीजों का होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है. उप सिविल सर्जन डॉ. जेपी राजलीवाल का कहना है कि शनिवार को दो मरीज एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस से पीड़ित पाए गए.
इन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षण
इन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षण बुखार, सूखी खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, गले में खराश, ठंड लगना, उल्टी, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकान, गले में खराश और सर्दी है. रोगी एक सप्ताह में ठीक हो जाता है लेकिन खांसी में अधिक समय लग सकता है. यदि कोई रोगी बीमार है तो उसे इन्फ्लुएंजा- ए होने का अधिक खतरा होता है क्योंकि यह वायरस तेजी से फैलता है. खांसी में खून आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
सिविल सर्जन ने कही ये बात
सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि तीनों मरीजों के परिजनों के सात सैंपल लिए गए हैं. सभी की जांच की जा रही है. मरीज गंभीर बीमार मरीज नहीं है. दवा दी जा चुकी है और स्वास्थ्य टीम मरीजों के परिजनों से संपर्क में है.
निवारक उपाय
- बाजार और अन्य जगहों पर जाएं तो मास्क पहनें
- शारीरिक दूरी बनाए रखें
- अपने हाथों को साफ करके मुंह, आंखों, नाक पर लगाएं
- अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोएं
- बीमार मरीज के पास जाते समय मास्क पहनें
- मरीज को अलग कमरे में रखें, ताकि दूसरों को वायरस से बचाया जा सके
- अभिवादन में हाथ मिलाना या गले लगना
- सार्वजनिक स्थान पर थूकना
- समूह में खाना खाने से बचें
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें